कहानी कैसे लिखें | कहानी लिखने के नियम | फिल्म की कहानी लिखने का तरीका

कहानी लेखन कैसे लिखें कहानियां सुनना या पढ़ना हर किसी आयु वर्ग के लोगों को पसंद होता है. चाहे वह बच्चा हो, नौजवान हो या फिर बुगुर्ग सभी लोगों को कहानियां बहुत पसंद होती हैं. कहानियां हमेशा से ही हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं.

बचपन में सभी लोग दादी, नानी से कहानी सुनते हैं, फिर जब बड़े होते हैं तो स्कूल की किताबों में अनेक सारी कहानियां पढ़ते हैं. कहानियों को पढने से हमें बहुत कुछ सबक और अच्छी शिक्षा अपनी जिंदगी में मिलती हैं.

लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है आखिर कहानियाँ कैसे लिखी जाती हैं जिससे कि हमें कहानी सुनने या पढने में मजा आता है और हम जीवन भर बचपन में सुनी गयी कहानियों को याद रख पाते हैं. एक कहानी को रोचक और मजेदार बनाने का पूरा जिम्मा कहानीकार का होता है.

कहानीकार उस व्यक्ति को कहा जाता है जो किसी भी प्रकार की कहानियां लिखता है. अगर आप भी कहानीकार बनाना चाहते हैं और अपनी कहानियां प्रकाशित करना चाहते हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है.

इस आर्टिकल में हमने आपको कहानी लेखन क्या है और कहानी लिखने के नियम के बारे में पूरी जानकारी दी है. इसके साथ ही इस आर्टिकल में हमने आपको फिल्म के लिए कहानी लिखने का तरीका भी बताया है. तो चलिए दोस्तों बिना किसी देरी के शुरू करते हैं आज का यह आर्टिकल – अपनी कहानी कैसे लिखें.

सामग्री की तालिका

कहानी लेखन क्या है (Story Writing In Hindi)

किसी भी काल्पनिक घटना या जीवन की वास्तविक घटना के रोचक वर्णन को कहानी कहा जाता है. और इस कहानी लिखने की प्रक्रिया को कहानी लेखन कहा जाता है.

कई सारे कहानीकार अपने रचनात्मकता से किसी काल्पनिक विषय पर कहानी लिखते हैं तो कई सारे कहानीकार जीवन की सच्ची घटनाओं पर आधारित कहानी लिखते हैं. कहानी लिखने, पढने और सुनने का चलन सदियों से मानव जीवन का एक हिस्सा है. कहानी के द्वारा मनोरंजन के साथ – साथ अच्छी शिक्षा भी मिलती है.

कहानी लिखने के नियम (कहानी लिखते समय ध्यान में रखने वाली बातें)

जिस प्रकार से हर किसी कार्य को करने के कुछ नियम होते हैं जिनको फॉलो करके हम उस कार्य को कम्पलीट करते हैं ठीक उसी प्रकार से कहानी लिखने के लिए भी कुछ नियम होते हैं. आप इन कहानी लिखने के नियम को फॉलो करते हुए आकर्षक और रोमांचक कहानी लिख सकते हैं.

वैसे हर एक कहानीकार के पास कहानी लिखने के लिए अपने कुछ नियम होते हैं, लेकिन अपने लिए अलग नियम बनाने के लिए वे कहानी लिखने की कला में महारत हासिल कर लेते हैं.

अगर आप कहानी लिखने की शुरुवात कर रहे हैं और आप एक अच्छे कहानीकार बनाना चाहते हैं तो नीचे बताये गए सभी नियमों का पालन करते हुए आप एक आकर्षक कहानी लिख सकते हैं जिसे कि हर पाठक पढना पसंद करेंगें.

एक अच्छी कहानी लिखने का तरीका और कहानी लिखते समय ध्यान रखने वाली बातें हिंदी में.

#1 अधिक से अधिक कहानियां पढ़ें

कहानी लिखने का पहला नियम है अधिक से अधिक कहानियाँ पढना. यदि आप कहानी लेखन की शुरुवात कर रहे हैं तो अधिक से अधिक कहानियां पढ़ें जिससे कि आप समझ पायेंगें कहानी लिखने का सही तरीका क्या होता है और एक अच्छी कहानी की लेखन शैली क्या होती है.

आप अधिक से अधिक कहानियां पढ़कर उनसे काफी कुछ सीख सकते हैं. अधिक कहानियां पढने से आपके अन्दर रचनात्मकता भी विकसित होती है और जिस व्यक्ति के अन्दर रचनात्मकता है वह आसानी से एक आकर्षक कहानी लिख सकता है. इसलिए काहानी लेखन में यह जरुरी है कि आप अधिक से अधिक कहानी पढ़ें और उनसे अनुभव प्राप्त करके अपनी कहानी लिखें.

#2 अपने अन्दर अनुशासन लायें

एक कहानीकार के अन्दर अनुशासन का होना बहुत ही महत्वपूर्ण है. यदि आप कहानी लेखक बनने का सपना रखते हैं और आपके अन्दर अनुशासन की कमी होगी तो आपके सफल होनी की संभावना बहुत कम हो जाती है. सिर्फ कहानी लेखन में ही नहीं बल्कि सभी कार्यों में सफलता के लिए अनुशासन का होना बहुत जरुरी है.

अगर आपके अन्दर अनुशासन होगा तो आप अपने सभी कार्यों को समय पर करेंगें, इससे आपके समय की बचत भी होगी और आपका काम समय पर पूरा भी हो जायेगा.

#3 कहानी लिखने के लिए समय का सदुयोग करें

जब आप कहानी लिखने की शुरुवात करते हैं तो आपको पहले से ही तय कर लेना चाहिए कि आपको एक दिन में कहानी का कितना भाग लिखना है और कितने दिनों में कहानी को लिखकर समाप्त कर लेना है. दैनिक लक्ष्यों का स्पष्ट होना कहानीकार के लिए एक अच्छी बात है.

यदि आप पहली बार कहानी लिख रहे हैं तो शुरुवात में लिखने का टाइम मैनेज करना आपके लिए थोडा जटिल काम हो सकता है लेकिन जैसे – जैसे आप रोजाना लिखते हैं तो यह आपकी आदत बन जाती है.

#4 कहानी के लिए एक प्रभावी शीर्षक चुनें

कहानी लेखन में कहानी का शीर्षक बहुत महत्वपूर्ण होता है. कहानी का शीर्षक ऐसा होना चाहिए जिसे पढ़ते ही पाठक समझ जाये कि कहानी किस सन्दर्भ में लिखी गयी है.

उदाहरण के लिए मुंशी प्रेमचंद जी की एक प्रमुख उपन्यास है “दो बैलों की कथा”. आपको इसका शीर्षक पढ़कर स्पष्ट रूप से समझ में आ रहा होगा कि यह कहानी दो बैलों के सन्दर्भ में लिखी गयी है. इसी प्रकार से जो भी कहानी आप लिखना चाहते हैं उसके लिए एक उपयुक्त शीर्षक का चुनाव करें.

#5 कहानी के लिए सही पात्रों का चयन करें

कहानी लिखने के लिए आपको उपयुक्त पात्रों का चयन करना जरुरी होता है. कहानी में होने वाली घटना में हर समय कोई ना कोई पात्र जरुर होते हैं. आप अपनी कहानी के अनुसार सही पात्रों का चयन करें.

कहानी में आपके पात्रों का व्यक्तित्व कैसा रहेगा, आपके कहानी का मुख्य पात्र कैसा होगा, पात्रों के पीछे की बैकस्टोरी आदि सभी चीजों को निर्धारित कर लीजिये. कहानी में जो भी किरदार प्रस्तुत किये जा रहे हैं उन सभी का अपना एक रोल होना चाहिए और आवश्यकता के अनुसार उन्हें प्रकट करना चाहिए.

#6 कहानी लिखने से पहले मुख्य बिंदुओं की सूची बना लीजिये

कहानी लिखने से पहले आप जो भी महत्वपूर्ण बिंदु कहानी में शामिल करना चाहते हैं उनकी एक सूची बना लीजिये. क्योंकि कहानी लिखते समय आप मुख्य बिंदुओं को भूल भी सकते हैं. इसलिए अगर आपके पास सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की सूची रहेगी तो कहानी में कोई भी पॉइंट आपसे नहीं छुटेगा, और आपके समय की बचत भी होगी.

#7 कहानी लेखन के लिए शांत जगह का चुनाव करें

लेखन का कार्य आपको ऐसे स्थान पर करना चाहिए जहाँ पर शोर शराबा अधिक ना हो. लेखन कार्य को हमेशा शांत और स्वच्छ जगह पर ही किया जाना चाहिए. शांत वातावरण में आप अधिक फोकस होकर अपना काम कर सकते हैं और इससे आपके अन्दर की रचनात्मकता भी बढती है जो कि आपके शब्दों में स्पष्ट नजर आती है.

#8 कहानी की शुरुवात आकर्षक ढंग से करें

कहानी लिखने की शुरुआत आकर्षक तरीके से होनी चाहिए जिससे कि पाठक पूरी कहानी से जुड़े रहे. कहानी का आरंभिक संवाद इतना जबरदस्त होना चाहिए कि पाठक पूरी कहानी को पढ़ें. आप कहानी के शुरुवात में सभी पात्रों का परिचय, जीवनी एवं उनके व्यक्तित्व और सफलता के बारे में लिख सकते हैं.

आपको कभी भी कहानी की शुरुवात इस तरीके से नहीं करनी चाहिए कि पाठकों को कहानी समझ में ना आये, और वे पूरी कहानी पढ़े बिना ही चले जायें. अगर आपकी कहानी का प्रारंभिक भाग आकर्षक और रोचक नहीं होगा तो कोई भी पाठक आगे कहानी पढने में रूचि नहीं दिखायेगा.

इसलिए अधिकतर कहानीकारों का भी मानना है कि कहानी की सफलता उसके प्रारंभिक पन्नों में छुपी होती है.

#9 कहानी की भाषा सरल होनी चाहिए

कहानी में हमेशा आसान शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे कि कहानी पढने वाले हर एक पाठक को कहानी समझ में आ जाये. अगर आप कहानी में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं जो पाठकों की समझ से परे होंगें तो शायद ही कोई पाठक कहानी को अंतिम तक पढ़ेगा.

इसलिए कहानी को हमेशा सरल भाषा में लिखना चाहिए जिससे कि कहानी पढने वाला कमजोर से कमजोर पाठक कहानी का भावार्थ समझ सके.

#10 पाठकों का उत्साह बनाये रखें

यदि आप चाहते हैं आपकी कहानी को पाठक अंतिम तक पढ़ें तो आपको कहानी में पाठकों का उत्साह बनाये रखना होगा. क्योंकि कहानियां आमतौर पर लंबी होती हैं और इन्हें पढ़ते समय पाठक ऊब भी जाते हैं.

लेकिन एक पेशेवर कहानीकार इस प्रकार से कहानी को लिखता है कि पाठक पूरी कहानी को पढ़ते हैं, क्योंकि उसे पता रहता है कि किस प्रकार से कहानी में पाठकों का उत्साह बनाये रखना है.

कहानी पढने में पाठकों का उत्साह बनाये रखने के अनेक सारे तरीके हैं जैसे कि आपके लिखने की शैली इस प्रकार की होनी चाहिए कि पाठकों को लगे वह पढ़ नहीं रहे बल्कि बात कर रहे हैं या आप कहानी में कुछ सस्पेंस बना सकते हैं जिससे पाठक कहानी को छोड़ कर नहीं जा सके. इसके अलावा आप कहानी में रोचक मुहावरों का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे कहानी रोचक बन सके.

#11 कहानी का अंत अच्छी शिक्षा के साथ होना चाहिए

कहानी के अंत में हमेशा एक अच्छी शिक्षा यानि पूरी कहानी का निष्कर्ष के साथ होना चाहिए. आपने देखा ही होगा जो भी कहानियाँ आप पढ़ते हैं उनका अंत एक अच्छी शिक्षा के साथ होता है जिससे कि पाठक को कहानी पढने की कुछ वैल्यू मिलती है.

यदि आप कहानी का अंत सही ढंग से करने में असमर्थ रहते हैं तो पाठकों के मन में आपकी एक गलत छवी बन  जाती है और वे आपकी कहानियों को पढने में रूचि नहीं दिखाएंगें. इसलिए कहानी का अंत एक विशेष शिक्षा, शीर्षक और सार के साथ सही तरीके से होना चाहिए.

#12 कहानी में हुई गलतियों को सुधारें

जब आप कहानी लेखन का कार्य समाप्त कर लेते हैं तो पहले एक बार कहानी को पाठक के नजरिये से पढ़ें और जो भी गलतियाँ आपको कहानी में मिलती हैं उसे सुधारें. जब आप पाठक के नजरिये से कहानी पढ़कर गलतियों को सुधार लेंगें तो जब आपकी कहानी प्रकाशित होगी तो वह पाठकों को बिना किसी त्रुटी के मिलेगी.

फिल्म की कहानी लिखने का तरीका (Film Writing Rules In Hindi)

ऊपर कहानी लिखने के जो नियम हमने आपको बताये हैं उनमें से कुछ नियम फिल्म की कहानी लिखने में भी लागू होते हैं, लेकिन इनके अतिरिक्त फिल्म की कहानी लिखने में कुछ अन्य नियम भी शामिल हैं क्योंकि फिल्म की कहानी को स्क्रीन पर दृश्य के रूप में प्रस्तुत करना पड़ता है.

फिल्म की कहानी लिखने का तरीका निम्नलिखित प्रकार से है –

  • फिल्म की कहानी की शुरुवात धमाकेदार अंदाज में होनी चाहिए.
  • फिल्म की कहानी की शुरुवात में सभी किरदारों का परिचय देना चाहिए. क्योंकि जैसे – जैसे फिल्म आगे बढ़ेगी तो फिल्म के सभी किरदारों को दर्शकों के समक्ष पेश करना पड़ता है.
  • फिल्म की कहानी में मुख्य किरदार पर सबसे अधिक फोकस किया जाता है, क्योंकि पूरी कहानी उसी के इर्द – गिर्द ही घुमती है. आप फिल्म की कहानी के मुख्य किरदार को इस प्रकार से प्रस्तुत करें कि वह दर्शकों के मन को भा जाये.
  • फिल्म के किरदारों के बीच संवाद इस प्रकार से होना चाहिए कि दर्शकों को लगे जैसे कि वह किरदारों के साथ बैठ कर संवाद कर रहा हो.
  • फिल्म की कहानी में शानदार क्लाइमेक्स होना चाहिए. यदि फिल्म में कहानी में अचानक से किसी पात्र की एंट्री होती है या अचानक ऐसी घटना घटित होती है जिससे कि फिल्म देखने वाले को मजा आ जाये.
  • फिल्म की कहानी का समापन मजेदार होना चाहिए, फिल्म ख़त्म होने के बाद दर्शकों में मन में कोई संदेश बाकीं नहीं रहना चाहिए.

तो आप इन कुछ तरीकों का पालन करके फिल्म के लिए कहानी लिख सकते हैं.

कहानी लिखने के नियम से सम्बंधित सामान्य प्रश्न

कहानी लिखने वाले को क्या कहते हैं?

कहानी लिखने वाले को कहानीकार या कथाकार कहते हैं.

कहानी के अंत में क्या लिखना चाहिए?

कहानी के अंत में हमेशा कहानी से मिलने वाली शिक्षा के बारे में लिखना चाहिए. कहानी का अंत कभी किसी संशय के साथ ख़त्म ना करें.

हिंदी साहित्य की पहली कहानी किसे मानी जाती है?

हिंदी साहित्य की पहली कहानी इंदुमती को मानी जाती है जिसे कि आचार्य रामचंद्र शुल्क के द्वारा हिंदी साहित्य की पहली कहानी माना गया था.

कहानी लिखने के नियम क्या हैं?

एक बेहतरीन कहानी लिखने के सभी नियमों को हमने उपर लेख में आपको बताया है. आप लेख में बताये गए नियमों का पालन करके अच्छी कहानी लिख सकते हैं.

कहानी कैसे बनायें?

कहानी आप अनेक प्रकार से बना सकते हैं जैसे कि आप अपने आस – पास होने वाली घटनाओं पर कहानी बना सकते हैं, या फिर आप अपनी या अपने किसी करीबी के जीवन में होने वाली किसी रोचक घटना पर कहानी बना सकते हैं. इसके अलावा आप अपनी कल्पना को कहानी का रूप दे सकते हैं.

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अंतिम शब्द – कहानी लिखने के नियम हिंदी में

तो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हमने आपको कहानी लेखन क्या है और कहानी लिखने के नियम के बारे में पूरी जानकारी दी है. इस लेख में बताये गए नियमों का पालन करके आप भी एक अच्छी कहानी लिख सकते हैं.

आशा करते हैं दोस्तों आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इस आर्टिकल को पढ़कर आपको कहानी लेखन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी. आप अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में जरुर दें जिससे कि हमें इसी प्रकार के उपयोगी लेख पब्लिश करने में प्रेरणा मिलेगी. और साथ ही इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.

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