ज़िप डिस्क ड्राइव क्या है और इसके प्रकार – Zip Disk Drive in Hindi

Zip Disk Drive In Hindi: इंटरनेट पर आज के समय में अनेक प्रकार की उच्च स्टोरेज क्षमता वाले स्टोरेज डिवाइस की जानकारी उपलब्ध हैं फिर भी हम पहले के समय में उपयोग होने वाले स्टोरेज डिवाइस के बारे में अधिक नहीं जानते हैं. आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही स्टोरेज डिवाइस के बारे में बताने वाले हैं जिसका इस्तेमाल 90 के दशक में बहुत अधिक किया जाता था.

ज़िप डिस्क ही वह स्टोरेज डिवाइस है जिसका इस्तेमाल पहले के समय में व्यापक रूप से किया जाता था, लेकिन अब ये डिस्क बाजार से लगभग विलुप्त हो चुकीं हैं. क्योंकि उन्नत क्षमता वाले स्टोरेज डिवाइस आज मौजूद हैं जिस कारण ज़िप डिस्क को कोई इस्तेमाल नहीं करता है.

आज के इस लेख के द्वारा हम आपको बताएँगे कि Zip Disk क्या है, ज़िप डिस्क के प्रकार, ज़िप डिस्क का इतिहास, ज़िप डिस्क की विशेषताएं, ज़िप डिस्क और फ्लॉपी डिस्क में अंतर, ज़िप डिस्क के फायदे और नुकसान क्या हैं.

यह सारी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी. अगर आप ज़िप डिस्क के बारे में जानना चाहते हैं तो लेख को अंत तक जरुर पढ़ें, तो चलिए शुरू करते हैं आज का यह लेख ज़िप डिस्क ड्राइव क्या है हिंदी में.

ज़िप डिस्क ड्राइव क्या है (What is Zip Disk in Hindi)

ज़िप डिस्क कंप्यूटर में एक Secondary स्टोरेज डिवाइस है जिसका इस्तेमाल डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है. Zip Disk मैग्नेटिक डिस्क का एक Type होता है. यह एक Non Volatile Memory है अर्थात पॉवर सप्लाई के बंद हो जाने के बाद भी Zip Disk में स्टोर डेटा सुरक्षित रहता है.

ज़िप डिस्क को Iomega कंपनी के द्वारा Develop किया गया था, यह फ्लॉपी डिस्क का advance version था. ज़िप डिस्क का आकार 3.5 इंच फ्लॉपी डिस्क के समान होता है. ज़िप डिस्क का इस्तेमाल करने के लिए एक विशेष ड्राइव की आवश्यकता होती है जिसे Zip Disk Drive कहते हैं.

ज़िप डिस्क 100 MB से लेकर 750 MB क्षमता में उपलब्ध थे और बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर करने, साझा करने और बैकअप करने के लिए उपयोग किए जाते थे, जो सामान्य फ्लॉपी डिस्क के साथ संभव नहीं था. 

मेमोरी स्टिक्स, DRD – RW और उच्च स्टोरेज क्षमता वाले हार्ड डिस्क के साथ ज़िप डिस्क का इस्तेमाल कम होने लगा और धीरे – धीरे यह डिस्क बाजार से गायब हो गयी.

ज़िप डिस्क का इतिहास (History of Zip Disk in Hindi)

ज़िप डिस्क को सन 1995 में Iomega कम्पनी के द्वारा विकसित किया गया जिसकी स्टोरेज क्षमता 100 MB की थी. फ्लॉपी डिस्क की कम स्टोरेज क्षमता होने के कारण ज़िप डिस्क का इस्तेमाल सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस में रूप में होने लगा. उस समय डेटा स्टोर करने के लिए ज़िप डिस्क बहुत लोकप्रिय डिवाइस थी.

ज़िप डिस्क की स्टोरेज क्षमता 1998 में 250MB और 2002 में 750 MB तक हो गयी थी. लेकिन 750 MB वाले ज़िप डिस्क डेटा को केवल read कर सकते थे, यह डेटा को write करने में सक्षम नहीं थे. ज़िप एक फ्लॉपी जैसी ही तकनीकी थी जिसमें हार्ड डिस्क और Iomega के पहले बर्नौली डिस्क की डिजाईन concept था.

ज़िप डिस्क के प्रकार (Type of Zip Disk in Hindi)

अपनी स्टोरेज क्षमता के आधार पर 3 प्रकार के ज़िप डिस्क मार्किट में उपलब्ध हैं.

#1 – 100 MB ज़िप डिस्क

100 MB वाले ज़िप डिस्क का इस्तेमाल डेटा को read और write करने के लिए किया जाता है. इसमें डेटा Write करने की स्पीड 250 MB ज़िप डिस्क से अधिक होती है.

#2 – 250 MB ज़िप डिस्क

250 MB ज़िप डिस्क के इस्तेमाल से भी डेटा को read और write किया जा सकता है, लेकिन इसमें डेटा को write करने की स्पीड 100 MB डिस्क से कम होती है.

#3 – 750 MB ज़िप डिस्क

750 MB ज़िप डिस्क का इस्तेमाल डेटा को केवल read करने के लिए किया जाता है. इसमें डेटा को Write नहीं किया जा सकता है.

ज़िप डिस्क की विशेषताएं (Feature of Zip Disk in Hindi)

ज़िप डिस्क की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं –

  • ज़िप डिस्क एक Secondary Storage Device है जिसका इस्तेमाल डेटा स्टोर, बैकअप और शेयर के लिए किया जाता है.
  • ज़िप डिस्क 100 MB, 250 MB और 750 MB की स्टोरेज क्षमताओं में उपलब्ध होते हैं.
  • ज़िप डिस्क एक Non Volatile मेमोरी है.
  • ज़िप डिस्क फ्लॉपी डिस्क का advance version है.
  • ज़िप डिस्क को चलाने के लिए एक drive की जरुरत होती है जिसे Zip Drive कहते हैं.
  • ज़िप डिस्क फ्लॉपी डिस्क का advance version है.

ज़िप डिस्क के फायदे (Advantage of Zip Disk in Hindi)

ज़िप डिस्क के फायदे निम्नलिखित हैं –

  • ज़िप डिस्क में डेटा को लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है.
  • फ्लॉपी डिस्क की तुलना में ज़िप डिस्क में बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर किया जा सकता है.
  • Non Volatile Storage होने के कारण ज़िप डिस्क में स्टोर डेटा पॉवर सप्लाई बंद हो जाने के बाद भी स्टोर रहता है.
  • 1990 के दशक में ज़िप डिस्क एक बेहद लोकप्रिय स्टोरेज डिवाइस था.

ज़िप डिस्क के नुकसान (Disadvantage of Zip Disk in Hindi)

ज़िप डिस्क के कुछ नुकसान भी हैं जैसे कि –

  • ज़िप डिस्क की स्टोरेज क्षमता हार्ड डिस्क की अपेक्षा बहुत कम है.
  • ज़िप डिस्क का अब इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
  • ज़िप डिस्क को move करना आसान है लेकिन इन्हें remove करना बहुत कठिन होता है.
  • ज़िप डिस्क की कीमत अधिक होती है.

ज़िप डिस्क और फ्लॉपी डिस्क में अंतर

ज़िप डिस्क और फ्लॉपी डिस्क के बीच के अंतर को हमने नीचे सारणी के द्वारा बताया है –

ज़िप डिस्क ड्राइव फ्लॉपी डिस्क ड्राइव
ज़िप डिस्क का आकार फ्लॉपी डिस्क की तुलना में बड़ा है.फ्लॉपी डिस्क आकार में ज़िप डिस्क से छोटी है.
ज़िप डिस्क की स्टोरेज क्षमता 750 MB तक होती है.फ्लॉपी डिस्क की स्टोरेज क्षमता 1.44 MB तक होती है.
ज़िप डिस्क की कीमत फ्लॉपी डिस्क की अपेक्षा अधिक है.फ्लॉपी डिस्क की कीमत कम है.
ज़िप डिस्क में बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर किया जा सकता हैफ्लॉपी डिस्क में बहुत कम ही डेटा को स्टोर किया जाता है.
ज़िप डिस्क फ्लॉपी डिस्क का Advance version है.फ्लॉपी डिस्क ज़िप डिस्क से पुरानी स्टोरेज डिवाइस है.
(Difference Between Zip Disk and Floppy Disk)

इन्हें भी पढ़े 

ज़िप डिस्क से सम्बंधित सामान्य प्रश्न

ज़िप डिस्क क्या है?

ज़िप डिस्क एक Secondary स्टोरेज डिवाइस होता है जिसका इस्तेमाल डेटा स्टोर करने के लिए किया जाता है.

ज़िप डिस्क कौन सी डिवाइस है?

ज़िप डिस्क स्टोरेज डिवाइस है.

ज़िप डिस्क को किसने बनाया?

ज़िप डिस्क को 1995 में Imoga कंपनी के द्वारा बनाया गया है.

ज़िप डिस्क का उपयोग क्या है?

जिस डिस्क का उपयोग डेटा स्टोर करने, डेटा बैकअप और डेटा शेयर के लिए किया जाता है.

ज़िप डिस्क का इस्तेमाल अब क्यों नहीं किया जाता है?

ज़िप डिस्क का इस्तेमाल आज के समय में नहीं किया जाता है, उच्च क्षमता वाले स्टोरेज डिवाइस आने के साथ ज़िप डिस्क का इस्तेमाल अब नहीं किया जाता है.

आपने सीखा: ज़िप डिस्क ड्राइव क्या है हिंदी में

 इस लेख के माध्यम से हमने आपको ज़िप डिस्क के बारे में पूरी जानकारी दी है, जिसे पढ़कर आप समझ गए होंगे कि Zip Disk Kya Hai In Hindi, ज़िप डिस्क के प्रकार, विशेषताएं, फायदे, नुकसान क्या हैं. 90 के दशक में ज़िप डिस्क एक लोकप्रिय स्टोरेज डिवाइस थी. उस समय डेटा स्टोर करने के लिए सबसे अधिक ज़िप डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था. हालांकि आज के समय में उच्च स्टोरेज क्षमता वाले स्टोरेज डिवाइस के आने से ज़िप डिस्क बाजार से लगभग गायब हो गयी है.

तो दोस्तों इस लेख में इतना ही, उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख जरुर पसंद आया होगा. अंत में आपसे निवेदन करते हैं कि इस लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

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