Share Market In Hindi: बिना निवेश किए पैसे कमाना थोड़ा मुश्किल है पर शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना आसान है.
आज हर कोई व्यक्ति एक खुशहाल जीवन जीने के लिए बहुत पैसे कमाना चाहता है जिसके लिए वह नौकरी में कड़ी मेहनत भी करता है, लेकिन नौकरी में कड़ी मेहनत करने के बाद भी वह एक खुशहाल जीवन जीने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं कमा पाता है.
लेकिन शेयर बाजार पैसों का एक ऐसा कुआ है जो सारे देश की प्यास बुझा सकता है. जिन लोगों को शेयर बाजार की अच्छी समझ होती है वह शेयर बाजार से करोड़ों रूपये की कमाई करते हैं.
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि Share Market क्या है, शेयर मार्केट कैसे सीखें, शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगायें और शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाए तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. इस लेख में हमने आपको इन सब के अतिरिक्त शेयर मार्केट का गणित और शेयर मार्केट से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शब्दों के बारे में बताया है जिससे कि आपको शेयर बाजार के बारे में अच्छी समझ मिले.
तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं शेयर बाजार क्या होता है हिंदी में.
शेयर बाजार दो शब्दों से मिलकर बना है एक शेयर और दूसरा बाजार. जिसमें शेयर का मतलब होता है हिस्सा और बाजार उस जगह को कहते हैं जहाँ से खरीद और बिक्री की जाती है. शेयर बाजार का शाब्दिक अर्थ होता है कि हिस्सेदारी को खरीदने और बेचने का स्थान.
शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जहाँ से आम नागरिक लिस्टेड कंपनी के हिस्सेदारी या शेयर को खरीद – बेच सकता है. जो भी व्यक्ति कंपनी के शेयरों को खरीदता या बेचता है उसे निवेशक कहते हैं. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं. BSE और NSE में लिस्टेड कंपनियों के शेयर को निवेशक ब्रोकर के माध्यम से खरीद और बेच सकते हैं.
शेयर मार्केट में जो भी कार्य होता है वह पैसों से होता है और निवेशक को जो भी लाभ – हानि होती है वह भी पैसों की होती है. शेयर मार्केट में निवेश करके कई लोग रातों रात करोडपति बन जाते हैं तो कई सारे लोग अपनी दौलत गंवा बैठते हैं. शेयर बाजार हमेशा जोखिम भरा रहता है. इसलिए शेयर बाजार में पैसे निवेश करने के लिए शेयर बाजर के बारे में पर्याप्त जानकारी होनी आवश्यक है.
शेयर बाजार को Stock market, Share market, Equity Market, Wealth Market आदि नामों से भी जाना जाता है. अगर आपको शेयर मार्केट की अच्छी समझ है तो आप भी यहाँ से करोड़ों रूपये कमा सकते हैं.
शेयर मार्केट एक ऐसी मार्केट होती है जहाँ पर आम जनता मुनाफ़ा कमाने के लिए अपने पैसों को निवेश करती है किसी कम्पनी के शेयर खरीदने में.
शेयर बाजार बाहर से जितना आसान दिखता है यह अन्दर से उतना आसन नहीं है. शेयर बाजार में हमेशा जोखिम बना रहता है. शेयर बाजार से आप ढेर सारे पैसे भी कमा सकते हैं और अपनी सारी रकम गंवा भी सकते हैं.
लेकिन आज के समय की बात करें तो भारत के लोग भी शेयर बाजार में पैसे निवेश कर रहें हैं, और बहुत सारे लोग शेयर बाजार के बारे में सीखना चाहते हैं. क्योंकि शेयर बाजार से वे Passive income कर सकते हैं.
अधिकतर लोग सीखने के लिए shortcut और आसान रास्ते की तलाश करते हैं, लेकिन शेयर मार्केट को अच्छी प्रकार से समझने और सीखने के लिए लोगों को कई साल लग जाते हैं. लेकिन एक शुरुवाती निवेशक को शेयर बाजार सीखने के लिए निम्न आवश्यक बातों को जरुर जानना चाहिए.
#1 – निवेश करने से पहले सीखना जरुरी है
ये तो आप लोगों को भी पता होगा कि शेयर बाजार में निवेश करना हमेशा जोखिम भरा होता है लेकिन अगर आप पहले शेयर बाजार के बारे में अच्छी तरह सीख जाते हैं तो आपको निवेश करने में आसानी होगी, सीखने के लिए आज अनेक माध्यम उपलब्ध हैं. आप इन्टरनेट पर शेयर मार्केट से सम्बंधित ब्लॉग पढ़ सकते हैं, विडियो देख सकते हैं. बिना सीखे शेयर बाजार में निवेश करना मुर्खता हो सकती है.
#2 – निवेश करने से पहले खुद से रिसर्च करें
एक नया निवेशक हमेशा यह गलती करता है कि वह बिना रिसर्च किये निवेश करता है जिससे कि उसके पैसे डूब जाते हैं और वह समझता है कि शेयर बाजार से पैसे नहीं कमा सकते.
जब भी आप शुरुवात में शेयर खरीदने की सोचें तो गहरी रिसर्च जरुर करें. जिस कम्पनी के शेयर खरीद रहें हैं उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें. एक – दो कंपनियों के साथ उसकी तुलना करें तब जाकर नतीजे पर पहुंचे कि शेयर ख़रीदे या नहीं. और हाँ दूसरों के कहने पर शेयर ना खरीदें शुरुवात में.
#3 – कम पैसों से शुरुवात करें
आप शुरुवात में एकदम से अधिक पैसों का निवेश न करें. आप 100 रूपये से भी शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. शुरुवात में आप बहुत कम रूपये का निवेश करें और धीरे – धीरे अनुभव बढ़ने पर अपने निवेश को बढ़ाएं.
#4 – मार्केट को सीखना न छोड़ें
जिस भी इंसान को लगता है कि उसे सब पता है पर वास्तव में उसे कुछ पता नहीं होता है. निरंतर सीखने की आदत आपको बहुत ऊँचाइयों पर ले जा सकती है, इसलिए कभी भी सीखना न छोड़े.
शेयर बाजार में पैसा कैसे लगायें
शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए सबसे पहले आपको जरुरत पड़ती है एक Demat Account और Trading Account की. Demat Account को आप किसी ब्रोकर से भी खुलवा सकते हैं या फिर आप बैंक में जाकर अपना Demat Account ओपन करवा सकते हैं.
हमारा suggestion यही है कि आप डिस्काउंट ब्रोकर जैसे कि Zerodha, Upstox, Groww आदि से अपना Demat Account खुलवाएं. क्योंकि ये ब्रोकर बहुत सस्ते में आपके Demat Account को ओपन करवा देते हैं. कुछ डिस्काउंट ब्रोकर बिल्कुल फ्री में भी अपने ग्राहकों के लिए डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं. ट्रेडिंग अकाउंट को आप डीमैट अकाउंट के साथ ही खुलवा सकते हैं.
जिस प्रकार से बैंक में पैसों से सम्बंधित लेन – देन के लिए बैंक अकाउंट का होना जरुरी होता है उसी प्रकार से शेयर बाजार में शेयर की लेन – देन करने के लिए डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरुरी होता है. डीमैट अकाउंट में हमारे द्वारा ख़रीदे गए शेयर hold रहते हैं और ट्रेडिंग अकाउंट के द्वारा हम शेयर बाजार में स्टॉक्स या शेयर की लेन – देन कर सकते हैं.
भारत में मुख्य रूप से दो स्टॉक्स एक्सचेंज हैं Bombay stock exchange (BSE) और National stock exchange (NSE), यहीं से शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं. जो ब्रोकर होते हैं वे stock exchange के सदस्य होते हैं. ब्रोकर के द्वारा ही हम stock exchange में ट्रेडिंग कर सकते हैं, या कहें तो शेयर बाजार में पैसे लगा सकते हैं. हम सीधे तौर पर शेयर मार्केट में जाकर शेयर खरीद और बेच नहीं सकते हैं.
आप ब्रोकर से अपना डीमैट अकाउंट खुलवाकर शेयर बाजार में पैसे लगा सकते हैं. ब्रोकर आपको शेयर बाजार में पैसे लगाने के लिए platform प्रदान करते हैं. आप Upstox, Zerodha, Groww, Angleone जैसे मोबाइल एप्लीकेशन में अपना Demat Account खुलवाकर बहुत ही आसानी से शेयर बाजार में निवेश की शुरुवात कर सकते हैं.
शेयर बाजार की नियामक संस्था कौन है
भारतीय स्टॉक एक्सचेंज नियामक संस्था है – सेबी (The Securities Exchange Board of India) इसकी स्थापना वर्ष 1992 में की गयी थी. भारतीय संविधान में सेबी SEBI ACT 1992 द्वारा निर्मित संस्थान है जो स्टॉक एक्सचेंज में होने वाले कारोबार का देख रेख और संचालन करती है. SEBI का प्रमुख उद्देश्य होता है की भारतीय स्टाक निवेशकों के हितों रक्षा करना और शेयर बाजार में होने वाले निवेश को सुरशित करना.
जैसा कि आपने अभी तक लेख में पढ़ा है कि शेयर बाजार में आप किसी भी कम्पनी के शेयर को खरीद सकते हैं और अगर शेयर के दाम बढ़ जाते हैं तो आप शेयर को बेचकर पैसे कमा सकते हैं. शेयर बाजार से पैसे कमाने का यही तरीका है. लाखों लोग शेयर बाजार से करोड़ों रूपये की कमाई करते है.
अगर आपको शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी नहीं है तो आप शुरुवात में निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करके शेयर मार्केट से पैसे कमा सकते हैं –
- शेयर मार्केट में निवेश की शुरुवात छोटी रकम से करें. यह जरुरी नहीं है कि जब आपके पास अच्छा पैसा होगा तभी आप शेयर बाजार में निवेश करें. शुरुवात में आपको हमेशा छोटी रकम ही निवेश करनी चाहिए.
- शुरुवात में ऐसे कंपनियों के शेयर में निवेश करें जो बुनियादी रूप से मजबूत हों. कुछ सालों के अनुभव के बाद आप रिस्क ले सकते हैं.
- मार्केट में गिरावट आने पर घबराएं नहीं और जल्दबाजी में अपने शेयर न बेचें.
- शुरुवात में अधिक return की उम्मीद मत करें, कहने का मतलब है कि ज्यादा लालच न करें.
- शेयर बाजार में फायदा और नुकसान दोनों होता है इसलिए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना सीखें. जल्दबाजी में भावनाओं में बहकर शेयर खरीदने और बेचने से दूर रहें.
- शेयर बाजार की ख़बरों से अपडेट रहें.
- निवेश लम्बे समय के लिए करें.
- भविष्य के हिसाब से निवेश करें, जो कंपनी आपको लगती है कि आने वाले समय में अच्छा करेगी तो ऐसे कम्पनी के शेयर में निवेश करके आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं.
- धीरे – धीरे अपने निवेश को भी बढ़ाते रहें.
- शेयर बाजार में पैसे कमाने के लिए आप आईपीओ में भी निवेश कर सकते है.
शेयर मार्केट का गणित
शेयर बाजार में दो प्रकार का काम होता है एक शेयर खरीदने का और दूसरा शेयर बेचने का.
सभी बड़ी या छोटी कंपनियां को अपने बिज़नस को बढाने के लिए फण्ड की जरुरत होती है. कंपनियां फण्ड जुटाने के लिए SEBI के नियमों के अंतर्गत शेयर बाजार में लिस्ट होती हैं और अपने शेयर को आम जनता के लिए सार्वजनिक करती है. SEBI एक संस्था होती है जो शेयर बाजार में होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए रखती है.
जब कंपनी के शेयर share market में आ जाते हैं तो निवेशक शेयर को खरीदते हैं और शेयर को तब तक hold करते हैं जब तक कि शेयर के दाम बढ़ नहीं जाते. और जब शेयर के दाम बढ़ते हैं तो शेयर को बेचकर मुनाफा कमाते हैं.
भारत में मुख्य रूप से दो शेयर बाजार हैं बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), जिनके द्वारा कंपनियां खुद को शेयर बाजार में लिस्ट करवाती है और यहीं से शेयर ख़रीदे और बेचे जाते है.
कोई भी निवेशक शेयर बाजार से सीधे तौर पर शेयर को नहीं खरीद सकता है. शेयर को खरीदने के लिए उसे ब्रोकर के पास जाना पड़ता है. ब्रोकर BSE और NSE का सदस्य होता है जो निवेशक को platform प्रदान करता है शेयर बाजार में निवेश करने के लिए.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए निवेशक को जरुरत पड़ती है डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की, जो कि ब्रोकर निवेशक को खोल के देता है.
निवेशक शेयर बाजार से जितने भी शेयर खरीदता है वह उसके डीमैट अकाउंट में सुरक्षित रहते हैं. लेकिन निवेशक को शेयर बाजार से शेयर खरीदने और बेचने के लिए जरुरत होती है ट्रेडिंग अकाउंट की. बिना ट्रेडिंग अकाउंट के निवेशक शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकता है.
ट्रेडिंग अकाउंट हमारे बैंक और डीमैट अकाउंट से जुड़ा होता है. जब निवेशक शेयर खरीदता है तो उसके पैसे हमारे बैंक अकाउंट से कट जाते हैं और शेयर डीमैट अकाउंट में आ जाते हैं और इसी प्रकार जब निवेशक शेयर बेचता है तो शेयर डीमैट अकाउंट से कम हो जाते हैं और शेयर के पैसे बैंक अकाउंट में आ जाते हैं.
तो यह है शेयर मार्केट की पूरी गणित. इसी प्रकार से शेयर बाजार काम करता है.
शेयर मार्केट गाइड इन हिंदी
- निवेश करने से पहले सीखना जरुरी है.
- खुद रिसर्च करने से आप बेहतर शेयर को चुन सकते हैं.
- निवेश करने से पहले अच्छे से प्लानिंग कर लेनी चाहिए.
- कम पैसों से निवेश की शुरुवात करें.
- केवल एक ही कंपनी के शेयर में निवेश न करें, अपने निवेश को diversify करें.
- अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार ही निवेश करें.
- ज्यादा लालच करना भी शेयर बाजार में नुकसान दे सकता है.
- अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें, नुकसान के लिए भी तैयार रहें.
- अफवाहों पर ध्यान न दें.
शेयर मार्केट से जुड़े कुछ शब्द
शेयर मार्केट से जुड़े अनेक सारे ऐसे शब्द हैं जिनके बारे में एक शुरुवाती निवेशक को अच्छे से पता नहीं होता है. शेयर बाजार से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण शब्दों को हमने लेख में आगे बताया है.
- शेयर (Share) – शेयर का मतलब होता है हिस्सा. जब एक निवेशक शेयर खरीदता है तो जिस कम्पनी के जितने प्रतिशत शेयर निवेशक खरीदता है उतने प्रतिशत की हिस्सेदारी कम्पनी में निवेशक की भी होती है.
- ब्रोकर (Broker) – ब्रोकर को हिंदी में दलाल कहते हैं. ब्रोकर निवेशक को एक platform प्रदान करते हैं जिसकी मदद से वह शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकता है. निवेशक directly शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकता है. शेयर बाजार में निवेश करने के लिए निवेशक को ब्रोकर की मदद लेनी होती है.
- म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund) – एक नए निवेशक को शेयर बाजार में बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है तो वह अपने पैसे म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करके शेयर बाजार में निवेश कर सकता है. म्यूच्यूअल फण्ड कुछ लोगों की एक टीम होती है जिसमें शेयर बाजार के expert fund manager रहते हैं. निवेशक जब म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करता है तो म्यूच्यूअल फण्ड की टीम निवेशक के पैसों को शेयर बाजार में निवेश कर देती है. म्यूच्यूअल फण्ड में profit मिलने की संभावना अधिक रहती है.
- IPO – IPO का फुल फॉर्म Initial Public Offering होता है. जब भी कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर को आम जनता के लिए सार्वजनिक करती है तो उसे IPO कहा जाता है.
- डीमैट अकाउंट (Demat Account) – शेयर बाजार में अपने शेयर को सुरक्षित रखने के लिए डीमैट अकाउंट की जरुरत होती है. डीमैट अकाउंट में हमारे सारे शेयर सुरक्षित रहते हैं.
- ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) – डीमैट अकाउंट में निवेशक केवल अपने शेयर को सुरक्षित रख सकता है. डीमैट अकाउंट के जरिये वह शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकता है. शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरुरत होती है. ट्रेडिंग अकाउंट एक ऐसा अकाउंट होता है जिसके द्वारा निवेशक शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकता है.
- बुल (Bull) – जब शेयर बाजार में शेयरों की कीमतों में समय के साथ continue बढ़ोतरी होती है तो उसे शेयर मार्केट में बुल कहा जाता है.
- बियर (Bear) – जब शेयर बाजार में शेयरों की कीमतों में समय के साथ continue गिरावट होती है तो उसे शेयर मार्केट में बियर कहा जाता है.
- सेंसेक्स (Sensex) – सेंसेक्स Bombay stock exchange का Index हैं. Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड टॉप 30 कंपनियों के Price के आधार पर किया जाता है. अगर Sensex बढ़ता है तो इसका मतलब BSE में लिस्टेड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और अगर Sensex गिरता है तो इसका मतलब BSE में रजिस्टर 30 कंपनियों के प्रदर्शन में गिरावट आई है.
- निफ्टी (Nifty) – निफ्टी National stock exchange (NSE) का Index है. निफ्टी का निर्धारण NSE में लिस्टेड टॉप 50 कंपनियों के Price के आधार पर किया जाता है. निफ्टी के बढ़ने का मतलब होता है कि NSE में लिस्टेड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और निफ्टी में गिरावट का मतलब है कि NSE में लिस्टेड कंपनियों के प्रदर्शन में गिरावट आई है.
भारत में कितने शेयर बाजार हैं?
एक समय में भारत में 24 Stock exchange हुआ करते थे लेकिन अब उनकी संख्या घटकर 9 ही रह गयी हैं. वर्तमान समय में भारत में 9 Stocks exchange SEBI में लिस्टेड हैं जिनके नाम और लोकेशन हमने नीचे सारणी के द्वारा आपको बताया है –
भारतीय शेयर बाजार एक्सचेंज के नाम | स्थान |
---|---|
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) | मुंबई |
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया (NSE) | मुंबई |
कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज (CSE) | कोलकाता |
इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX) | गांधीनगर |
इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज | नवी मुंबई |
मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया (MSE) | मुंबई |
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज | मुंबई |
NSE IFSC | गांधीनगर |
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया | मुंबई |
- शेयर बाजार निवेश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें बैंक एफडी, बचत खाते आदि जैसे अन्य निवेश की तुलना में कम समय के अन्दर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं.
- जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, चाहे आपका शेयर कितना कम क्यों न हो तो कंपनी के कुछ प्रतिशत की हिस्सेदारी आपकी भी होती है. कंपनी के लाभ बोनस आदि आपको भी प्राप्त होते हैं.
- अन्य निवेशों की तुलना में शेयरों में कोई lock-in period नहीं होता है. निवेशक स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से सेकंड के भीतर शेयर खरीद और बेच सकते हैं.
- शेयर बाजार को SEBI के द्वारा नियंत्रित किया जाता है, सेबी निवेशकों के हितों की रक्षा करती है और शेयर बाजार में किसी भी धोखाधड़ी के शिकार से निवेशक को बचाती है.
- शेयर बाजार में निवेश को जोखिम भरा माना जाता है क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव होता है और शेयरों में उतार-चढ़ाव हो सकता है.
- जब कोई कंपनी बंद होती है तो शेयरधारकों को सबसे अंतिम में भुगतान किया जाता है. जबकि कंपनी के बॉन्डधारक और लेनदारों को पहले भुगतान मिलता है.
- शेयर बाजार में कई सारे निवेशक अपनी सम्पति गंवा बैठते हैं.
शेयर बाजार से सम्बंधित सामान्य प्रश्न
शेयर बाजर एक ऐसा बाजार होता है जहाँ कंपनियों के शेयर ख़रीदे और बेचे जाते हैं.
इसकी कोई फिक्स लिमिट नहीं है, यह कम्पनी के शेयर पर निर्भर करता है. आप मात्र 10 रूपये में भी शेयर खरीद सकते है.
वर्तमान समय में भारत के शेयर बाजार में केवल 9 Stocks Exchange हैं.
शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां रोज कारोबार करते रहती है इसलिए रोज उनकी स्थितियों में कुछ बदलाव भी होते रहता है. कंपनी के प्रोडक्ट की मांग बढ़ने – घटने पर शेयर के दाम में भी उतार – चढ़ाव आते रहता है. अगर कोई कंपनी SEBI के नियमों का पालन नहीं करती है तो सेबी उस कंपनी को शेयर बाजार से हटा देती है.
जी हाँ बिल्कुल शेयर बाजार से पैसे कमाये जा सकते हैं. दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक वारेन बफे भी शेयर बाजार में निवेश करके अमीर बने हैं. भारत में राकेश झुनझुनवाला भी शेयर बाजार से ही अमीर बने हैं.
जिस भी व्यक्ति के पास डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट है वह शेयर बाजार में निवेश कर सकता है.
निष्कर्ष: शेयर बाजार क्या है हिंदी में
इस लेख को पढने के बाद आपको Share Market Kya Hai In Hindi समझ में आ गया होगा, साथ में ही आपको शेयर मार्केट का गणित, शेयर मार्केट कैसे सीखें, शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमायें आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त हुई होगी. अगर आप शेयर बाजार में रूचि रखते हैं और इसके बारे में सीखते हैं तो आप भी शेयर बाजार से अच्छे पैसे कमा सकते हैं.
इस लेख में इतना ही उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख जरुर पसंद आया होगा, इस लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें और शेयर बाजर के बारे में सीखने के लिए आप हमारे ब्लॉग के निवेश केटेगरी के लेखों को पढ़ सकते हैं.
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Sir online shikhate ho kya
thank you sir for helping me about share market.
sir is post ko padhkar share market ka basics samjh me aa gaya .
धन्यवाद!