Proxy Server क्या है प्रकार और काम कैसे करता है (Proxy Server In Hindi)

Proxy Server Kya Hai In Hindi: सर्वर के बारे में हमने आपको अपने पिछले एक लेख में पूरी जानकारी दी थी. सर्वर एक ऐसा ऑनलाइन स्पेस होता है जो डेटा को स्टोर करता है और उसे इंटरनेट के माध्यम से यूजर तक पहुंचाता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे सर्वर के बारे में बताने वाले हैं जो अन्य सर्वर की तुलना में बहुत अलग है. इसका नाम है प्रॉक्सी सर्वर.

आज के इस लेख में हम आपको Proxy Server क्या है, प्रॉक्सी सर्वर काम कैसे करता है, प्रॉक्सी सर्वर के प्रकार, प्रॉक्सी सर्वर के फायदे तथा नुकसान क्या हैं तथा आप अपने कंप्यूटर में प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं, इन विषयों पर विस्तार से बताने वाले हैं.

जब भी आप इंटरनेट पर किसी भी वेबसाइट को एक्सेस करते हैं तो आपके IP एड्रेस के द्वारा उस वेबसाइट के सर्वर के पास आपकी सारी जानकारी पहुँच जाती है जिससे आपको खतरा भी हो सकता है.

लेकिन अगर आप प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करके इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो प्रॉक्सी सर्वर आपके IP एड्रेस को वेबसाइट के सर्वर तक नहीं पहुँचने देता है और आप सुरक्षित रूप से इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.

आज के इस इस समय में जहाँ साइबर क्राइम बहुत अधिक बढ़ रहा है सभी को प्रॉक्सी सर्वर के बारे में जानना आवश्यक है. हमें पूरी उम्मीद है अगर आप इस लेख को ध्यान पूर्वक पूरा अंत तक पढ़ते हैं तो आपके मन में प्रॉक्सी सर्वर से जुड़े सभी डाउट दूर हो जायेंगे.

तो चलिए फिर आपका अधिक समय न लेते हुए शुरू करते हैं आज का यह लेख प्रॉक्सी सर्वर क्या है इन हिंदी.  

सामग्री की तालिका

प्रॉक्सी सर्वर क्या है (What is Proxy Server in Hindi)

प्रॉक्सी सर्वर को समझने से पहले अगर हम प्रॉक्सी शब्द हो समझ लेते हैं तो हमें प्रॉक्सी सर्वर को समझना आसान हो जाएगा. Proxy का मतलब (Meaning) होता है किसी दुसरे की तरफ से कार्य करना या किसी दुसरे को प्रस्तुत करना.

जब आप इंटरनेट पर कोई वेबसाइट बिना अपनी IP एड्रेस के एक्सेस करना चाहते हैं तो इस स्थिति में प्रॉक्सी सर्वर काम आता है. प्रॉक्सी सर्वर आपकी Request को लेकर वेबसाइट के पास पहुँचता है और उस वेबसाइट से इनफार्मेशन को लेकर आपको देता है. चूँकि प्रॉक्सी सर्वर का अपना एक Unique IP होता है इसलिए प्रॉक्सी सर्वर आपकी IP को छुपा देता है और अपनी IP एड्रेस के द्वारा वेबसाइट को एक्सेस करता है.

अब आपके मन में एक सवाल आ सकता है कि हम बिना प्रॉक्सी सर्वर के वेबसाइट को एक्सेस क्यों नहीं कर लेते? दरसल प्रॉक्सी सर्वर फ़ायरवॉल का काम करता है जो कि आपके कंप्यूटर सिस्टम को हैकर और वायरस से सुरक्षित रखता है. इसके अलावा भी प्रॉक्सी सर्वर के अनेक सारे फायदे हैं जिनके बारे में हम इस लेख में आगे जानेंगे.

कुल मिलाकर कहें तो प्रॉक्सी सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जो यूजर की पहचान बताये बिना इंटरनेट से किसी भी वेबसाइट को एक्सेस कर सकता है.

प्रॉक्सी सर्वर की परिभाषा (Definition of Proxy Server in Hindi)

Proxy Server एक ऐसा कंप्यूटर सिस्टम होता है जो क्लाइंट और इंटरनेट के बीच प्रतिनिधि का काम करता है. यह क्लाइंट की ओर से Request लेकर इंटरनेट को एक्सेस करता है और इनफार्मेशन को क्लाइंट तक पहुंचाता है.

प्रॉक्सी सर्वर काम कैसे करता है (Proxy Server Work in Hindi)

जैसा कि आप जानते होंगे मोबाइल, कंप्यूटर या जितने भी डिवाइस हैं जिनकी मदद से हम इंटरनेट चला सकते हैं, इन सभी डिवाइस का अपना एक यूनिक IP एड्रेस होता है. और जब आप अपने डिवाइस के द्वारा इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को एक्सेस करते हैं तो उस वेबसाइट के सर्वर के पास आपकी सारी जानकारी रहती है कि आपने क्या – क्या किया, आपका IP एड्रेस क्या है आदि.

लेकिन जब यूजर प्रॉक्सी सर्वर के माध्यम से कोई वेबसाइट एक्सेस करता है, तो प्रॉक्सी सर्वर सबसे पहले यूजर की Request को लेकर वेबसाइट तक पहुँचता है और फिर यूजर के अनुरोध के अनुसार इनफार्मेशन लेकर वापस यूजर को दिखाता है. इस कार्य में प्रॉक्सी सर्वर यूजर का IP एड्रेस इस्तेमाल न करके स्वयं का IP एड्रेस इस्तेमाल करता है. जिससे वेबसाइट के सर्वर के पास यूजर की कोई इनफार्मेशन नहीं पहुंचती है.

जब यूजर प्रॉक्सी सर्वर पर Request करता है तो प्रॉक्सी सर्वर डेटा को पहले अपने लोकल कैश में खोजता है, जब डेटा उसे लोकल कैश में नहीं मिलता है तो फिर वह Request को लेकर इंटरनेट पर जाता है. और फिर किसी वेबसाइट से इनफार्मेशन लेकर यूजर को देता है.

इस प्रकार से देखा जाय तो प्रॉक्सी सर्वर यूजर तथा इंटरनेट  के बीच Intermediate का काम करता है.

प्रॉक्सी सर्वर के प्रकार (Types of Proxy Server in Hindi)

प्रॉक्सी सर्वर अनेक प्रकार के हो सकते हैं. कुछ प्रमुख प्रकार के प्रॉक्सी सर्वर के बारे में हमने आपको नीचे बताया है –

1 – Forward  Proxy (अग्रेषित प्रॉक्सी)

इस प्रकार का प्रॉक्सी सर्वर क्लाइंट की Request को टारगेट सर्वर में Forward  कर देता है. Forward Proxy सर्वर में क्लाइंट प्रॉक्सी सर्वर को बताता है कि उसे किस वेबसाइट को एक्सेस करना है और प्रॉक्सी सर्वर क्लाइंट की Request को सीधे उस वेबसाइट के सर्वर पर भेज देता है. अधिकाँश प्रॉक्सी सर्वर Forward Proxy होते हैं.

2 – Reverse Proxy (रिवर्स प्रॉक्सी)

इस प्रकार के प्रॉक्सी सर्वर में क्लाइंट की Request एक से अधिक प्रॉक्सी सर्वर को Forward किये जाते हैं, इसमें क्लाइंट को लगता है कि वह सीधे सर्वर से कम्यूनिकेट कर रहा है लेकिन Request कई प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा गुजरती है. नेटवर्क की स्पीड बढाने के लिए और अधिक सुरक्षा के लिए इस प्रकार के प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल किया जाता है.

3 – Rotating Proxy (घूर्णन प्रॉक्सी)

इस प्रॉक्सी सर्वर में प्रत्येक क्लाइंट को एक यूनिक IP एड्रेस प्रदान किया जाता है जो कि इस प्रॉक्सी से जुड़ने वाले पहले सभी डिवाइस से अलग होता है.

4 – SSL Proxy (सिक्योर सॉकेट लेयर प्रॉक्सी)

इस प्रकार की प्रॉक्सी का इस्तेमाल ऑनलाइन लेन – देन में किया जाता है. SSL प्रॉक्सी यूजर के द्वारा दिए गए Detail को सुरक्षित रखती है.

5 – Transparent Proxy (पारदर्शी प्रॉक्सी)

इस प्रकार का प्रॉक्सी सर्वर वेबसाइट के मुख्य सर्वर को बताता है कि वह एक प्रॉक्सी सर्वर है. Transparent Proxy क्लाइंट के IP एड्रेस को वेबसाइट तक पहुंचाता है. इस प्रकार के प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल स्कूल, लाइब्रेरी, बिज़नस, कंटेंट फ़िल्टरिंग आदि के लिए किया जाता है.

6 – Anonymous Proxy (अनजान प्रॉक्सी)

Anonymous Proxy आपकी पहचान को वेबसाइट से छुपाता है. ताकि सर्वर को क्लाइंट की कोई भी जानकारी न मिले. इस प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल भी व्यापक रूप से किया जाता है. सुरक्षा की दृष्टि से Anonymous Proxy सर्वर का इस्तेमाल भी व्यापक रूप से किया जाता है.

7 – High Anonymity Proxy (उच्च गुमनाम प्रॉक्सी)

इस प्रकार के प्रॉक्सी की पहचान कर पाना बहुत मुश्किल होता है. यह प्रॉक्सी टारगेट सर्वर को न तो क्लाइंट की IP Pass करता है और न ही क्लाइंट की कोई इनफार्मेशन. High Anonymity Proxy बार – बार अपना IP बदलता रहता है इसलिए इसे पहचाने में मुश्किल होती है. इंटरनेट पर अपनी पहचान छिपाने का यह सबसे सुरक्षित तरिका है. 

प्रॉक्सी सर्वर के फायदे (Advantage of Proxy Server in Hindi)

प्रॉक्सी सर्वर के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं –

1 – यूजर की सुरक्षा बढ़ाना

प्रॉक्सी सर्वर यूजर और इंटरनेट के बीच फ़ायरवॉल का काम करते हैं, जो कि यूजर को हैकर, मैलवेयर और वायरस से सुरक्षित रखते हैं. क्योंकि प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करने पर हैकर यह नहीं जान पाते हैं कि Request कहाँ से आई है.

2 – इंटरनेट की स्पीड को बढ़ाना

प्रॉक्सी सर्वर की मदद से इंटरनेट की स्पीड को भी बढ़ाया जा सकता है. जब यूजर प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा कोई भी वेबसाइट एक्सेस करता है तो प्रॉक्सी सर्वर इसे अपने लोकल कैश में स्टोर कर लेता है, और फिर जब दूसरा क्लाइंट उसी वेबसाइट को एक्सेस करना चाहता है तो प्रॉक्सी सर्वर अपने लोकल कैश से इनफार्मेशन उस क्लाइंट को भी देता है जिससे इंटरनेट की स्पीड बढती है.

3 – IP एड्रेस छुपाता है

जब आप प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा इंटरनेट एक्सेस करते हैं तो प्रॉक्सी सर्वर अपने IP एड्रेस का इस्तेमाल करके आपकी तरफ से Request लेकर इंटरनेट  को एक्सेस करता है और आपके IP एड्रेस को छुपा लेता है. IP एड्रेस के द्वारा आपके Location के अलावा अन्य पर्सनल इनफार्मेशन का पता भी लगाया जा सकता है.

4 – ब्लॉक किये गए वेबसाइट को एक्सेस करना

आप प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा ब्लाक किये गए वेबसाइट को भी एक्सेस कर सकते हैं. आपने अक्सर स्कूल, कॉलेज या ऑफिस के कंप्यूटरों में देखा होगा कुछ वेबसाइट पर restriction लगे होते हैं जिन्हें आप एक्सेस नहीं कर सकते हैं.

इसके अलावा अनेक देशों में सरकार की तरफ से भी कुछ वेबसाइट पर ban लगाये जाते हैं. लेकिन प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा इन सभी restriction को bypass किया जा सकता है और ब्लॉक की गयी वेबसाइट को भी एक्सेस किया जा सकता है.

लेकिन हम इसका सुझाव नहीं देते हैं. यह केवल आपकी जानकारी के लिए बताया गया है.

5 – मोनिटरिंग कर सकते हैं

आप प्रॉक्सी सर्वर के द्वारा अपने ऑफिस के कर्मचारियों या अपने बच्चों के द्वारा किये जाने वाले इंटरनेट उपयोग पर नजर रख सकते हैं. आप ऑफिस में प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करके पता कर सकते हैं कि आपके कर्मचारी कौन – कौन सी वेबसाइट एक्सेस कर रहे हैं. इसके अलावा अप अपने घरों में प्रॉक्सी सर्वर लगाकर अपने बच्चों के द्वारा एक्सेस की जाने वाली वेबसाइट पर नजर रख सकते हैं. 

प्रॉक्सी सर्वर के नुकसान (Disadvantage of Proxy Server in Hindi)

प्रॉक्सी सर्वर के फायदों के साथ – साथ कुछ नुकसान भी होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं –

1 – डेटा चोरी होने का ख़तरा

प्रॉक्सी सर्वर आपके कंप्यूटर की सारी Detail Save करता है इसलिए प्रॉक्सी सर्वर प्रदान करने वाली कंपनियों के पास आपका डेटा मौजूद रहता है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि गलत प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करने से आपको कितना नुकसान हो सकता है.

2 – स्पैम और वायरस का ख़तरा

कुछ प्रॉक्सी सर्वर पैसे कमाने के लिए आपके कंप्यूटर में एंटीवायरस इनस्टॉल करने की कोशिस करते हैं. ऐसे प्रॉक्सी सर्वर स्क्रीन पर अनेक सारे लुभावने विज्ञापन दिखाते हैं और अगर आप उन पर क्लिक करते हैं तो आपके कंप्यूटर में एंटीवायरस इनस्टॉल हो सकता है.

3 – प्रॉक्सी सर्वर के अन्य नुकसान

  • प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल आप केवल ब्राउज़र और एप्लीकेशन में कर सकते हैं.
  • प्रॉक्सी सर्वर से आप ब्लॉक वेबसाइट के द्वारा कोई बड़ी फाइल डाउनलोड नहीं कर सकते हैं.
  • कई हैकर भी प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करते हैं.

प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग कैसे करें

प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग करना बहुत ही आसान है. आप गूगल में Best Free Online Proxy Server लिखकर सर्च करें, आपको अनेक सारी ऐसे वेबसाइट मिल जायेंगी जो कि प्रॉक्सी सर्वर प्रदान करते हैं. आप इन वेबसाइट के द्वारा बहुत ही आसानी से प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल कर सकते हैं.

प्रॉक्सी सर्वर इस्तेमाल करने के लिए कुछ लोकप्रिय वेबसाइट निम्नलिखित हैं –

क्रोम ब्राउज़र में प्रॉक्सी सर्वर कैसे सेट करें

क्रोम ब्राउज़र के द्वारा आप किसी भी प्रॉक्सी सर्वर से कनेक्ट हो सकते हैं, लेकिन उसके लिए आपको प्रॉक्सी सर्वर की IP एड्रेस और Port Number की जानकारी होनी आवश्यक है. IP एड्रेस और Port Number आप गूगल से खोज सकते हैं.

क्रोम ब्राउज़र में प्रॉक्सी सर्वर सेट करने के लिए हमारे द्वारा नीचे बताई गयी प्रोसेस को स्टेप वाइज फॉलो करें.

#1 – सबसे पहले आप क्रोम ब्राउज़र को Open करें और सबसे ऊपर बाएं साइड में बने 3 डॉट वाले विकल्प पर क्लिक करें और Setting वाले Option में आ जाइए.

#2 – यहाँ पर आपको Advance वाले Option पर क्लिक करना है.

#3 – थोडा नीचे scroll करने पर आपको System का Option दिखाई देगा, इस पर क्लिक करें.

#4 – अब आपको Open Your Computer Proxy Setting पर क्लिक करना है.

 Your Computer Proxy Setting

#5 – प्रॉक्सी सेटिंग पर क्लिक करते हैं आप अपने कंप्यूटर में प्रॉक्सी सेटिंग वाले आप्शन में पहुँच जायेंगे. यहाँ पर आपको Manual Proxy Setup को On कर देना है.

computer proxy

#6 – इसके बाद आप प्रॉक्सी सर्वर का IP एड्रेस और Port नंबर डालें और इसे Save करके Apply कर दें.

#7 – अब आपका क्रोम ब्राउज़र में प्रॉक्सी सर्वर में Set हो गया है. 

FAQ: Proxy Server Kya Hai In Hindi

प्रॉक्सी सर्वर क्या है?

Proxy Server एक ऐसा सर्वर होता है जो यूजर की पहचान बताये बिना इंटरनेट से यूजर की ओर से वेबसाइट को एक्सेस करता है और इनफार्मेशन लाकर यूजर को देता है.

प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग क्यों किया जाता है?

प्रॉक्सी सर्वर का उपयोग सुरक्षा, इंटरनेट स्पीड बढाने, ब्लाक वेबसाइट को एक्सेस करने आदि कार्यों के लिए किया जाता है.

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निष्कर्ष: प्रॉक्सी सर्वर क्या है हिंदी में

इस लेख में हमने आपको Proxy Server क्या है इन हिंदी, प्रॉक्सी सर्वर काम कैसे करता है, प्रॉक्सी सर्वर के फायदे और नुकसान क्या हैं आदि के विषय में जानकारी दी है, हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख को पढने के बाद आप प्रॉक्सी सर्वर को अच्छे से समझ गए होंगे.

यदि अभी भी आपक मन में प्रॉक्सी सर्वर से जुड़े कुछ सवाल हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, और अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करें.

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