Digital Computer Kya Hai In Hindi: आज के इस लेख में हम आपके साथ Digital Computer क्या है, डिजिटल कंप्यूटर का इतिहास, डिजिटल कंप्यूटर काम कैसे करता है, डिजिटल कंप्यूटर के प्रकार, डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं, डिजिटल कंप्यूटर के उपयोग तथा डिजिटल कंप्यूटर के फायदे और नुकसानों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी साझा करने वाले हैं.
वर्तमान समय में डिजिटल कंप्यूटर का बहुत अधिक उपयोग किया जाता है, चाहे छोटे से छोटा काम हो या कोई बड़ा काम सभी के लिए डिजिटल कंप्यूटर इस्तेमाल किये जाते हैं. हम अपने दैनिक जीवन के कार्यों को करने के लिए भी डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं.
डिजिटल कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है जो कि बाइनरी नंबर सिस्टम पर काम करता है, वैसे इन कंप्यूटरों को संख्याओं की गणना के लिए बनाया गया था लेकिन धीरे – धीरे इनमें और भी विकास हुआ और आज इन कंप्यूटर के द्वारा किसी भी विशेष कामों को पूरा किया जाता है. डिजिटल कंप्यूटर के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए लेख को अंत तक जरुर पढ़ें.
तो चलिए आपका अधिक समय ना लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं डिजिटल कंप्यूटर क्या है हिंदी में विस्तार से.
डिजिटल कंप्यूटर क्या है (What is Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं, जो बाइनरी भाषा (0 और 1) पर काम करते हैं. इन्हें आधुनिक समय के कंप्यूटर भी कहा जाता है. डिजिटल कंप्यूटर में यूजर इनपुट डिवाइस के द्वारा इनपुट प्रदान करते हैं और फिर कंप्यूटर इन इनपुट को प्रोसेस करके परिणामों को आउटपुट डिवाइस के द्वारा यूजर को दिखाता है.
डिजिटल कंप्यूटर किसी भी ऑपरेशन को करने के लिए बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग करते हैं क्योंकि यह कंप्यूटर केवल अंकों यानी 0 और 1 को समझता है.
डिजिटल कंप्यूटर को मुख्य रूप से गणितीय संख्याओं की गणना के लिए डिजाईन किया गया था, इसलिए इसे हिंदी में संगणक भी कहते हैं. लेकिन आज डिजिटल कंप्यूटर बहुत Advance हो गए हैं. ये केवल संख्याओं की गणना तक सीमित नहीं हैं बल्कि इनका इस्तेमाल अनेक प्रकार के कार्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है.
डिजिटल कंप्यूटर के पास स्टोरेज डिवाइस होता है जिसके द्वारा ये बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर करने में सक्षम होते हैं. इनकी प्रोसेसिंग स्पीड भी बहुत फ़ास्ट होती है. इनका इस्तेमाल दैनिक जीवन में भी किया जाता है.
डिजिटल कंप्यूटर के उदाहरण स्मार्टफोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, पर्सनल कंप्यूटर इत्यादि हैं.
डिजिटल कंप्यूटर का इतिहास (History of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर के आविष्कार का श्रेय John Vincent Atanasoff को जाता है, उन्होंने Iowa State College में 1930 के दशक में पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर बनाया था. Atanasoff एक अमेरिकी भौतिक विज्ञानी और अविष्कारक थे.
डिजिटल कंप्यूटर को बनाने का मुख्य उद्देश्य गणितीय संख्याओं की गणना था, लेकिन आज ये कंप्यूटर इतने शक्तिशाली हैं कि इनका उपयोग बड़े – बड़े कार्यों के लिए किया जाता है. और ये कंप्यूटर चुटकियों में किसी भी काम को पूरा करने की क्षमता रखते हैं.
डिजिटल कंप्यूटर काम कैसे करता हैं
डिजिटल कंप्यूटर की कार्यप्रणाली को मुख्य रूप से तीन भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है.
1.Input – जब यूजर कंप्यूटर को कोई निर्देश देता है तो इसे इनपुट करते हैं. यूजर इनपुट डिवाइस के द्वारा कंप्यूटर को निर्देश देता है.
2. Process – जब यूजर डिजिटल कंप्यूटर को निर्देश देते हैं तो वह Human Readable होता है. इसलिए इन निर्देशों को सबसे पहले डिजिटल कंप्यूटर CPU और अन्य कॉम्पोनेन्ट के द्वारा Machine Language में Convert करते हैं. Machine Language वह language होती है जिसे कंप्यूटर समझ सकते हैं.
3. Output – Machine Language के द्वारा कंप्यूटर समझ पाता है कि यूजर ने उसे क्या इनपुट दिया है और फिर वह उसी के आधार पर प्रोसेसिंग की प्रक्रिया को समाप्त करके परिणामों को आउटपुट डिवाइस के द्वारा यूजर को देता है.
तो इस प्रकार से एक डिजिटल कंप्यूटर काम करता है. और सटीक परिणाम यूजर को आउटपुट डिवाइस के द्वारा देता है.
डिजिटल कंप्यूटर के भाग (Component of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर के प्रमुख कॉम्पोनेन्ट निम्नलिखित हैं –
1. Input Device – इनपुट डिवाइस वे डिवाइस होते हैं जिनके द्वारा यूजर डिजिटल कंप्यूटर को निर्देश दे सकते हैं. जैसे कि कीबोर्ड, माउस, ट्रैकबॉल आदि.
2. CPU – Central Processing Unit (CPU) जिसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है, यह पूरे कंप्यूटर को नियंत्रित करता है. यूजर जब इनपुट डिवाइस के द्वारा कोई निर्देश कंप्यूटर को देता है तो CPU उसे प्रोसेस करता है. CPU के अंदर भी अनेक कॉम्पोनेन्ट होते हैं जो अलग – अलग कार्यों को पूरा करते हैं.
3. ALU – Arithmetic Logic Unit(ALU) हार्डवेयर में एक डिजिटल सर्किट होता है जिसका कार्य अंकगणित, गणितीय और लॉजिकल गणनाओं को करने का होता है. जैसे कि जोड़ना, घटाना, गुणा, भाग आदि.
4. Control Unit – कंट्रोल यूनिट डेटा और निर्देशों को कंट्रोल करता है. कंट्रोल यूनिट मेमोरी से निर्देशों को प्राप्त करता है और फिर उसका अनुवाद करके आउटपुट डिवाइस को निर्देश भेजता.
5. Memory – मेमोरी का इस्तेमाल डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है. इसे Internal मेमोरी कहते हैं. जब कंप्यूटर निर्देशों को प्राप्त करके कोई प्रोग्राम Run करता है तो वह सारा डेटा इंटरनल मेमोरी में होता है. जैसे हार्ड डिस्क, SSD आदि.
6. Output Device – आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर से जुड़े रहते हैं. जब डेटा इनपुट के आधार पर पूरी तरह से प्रोसेस कर लिया जाता है और वह यूजर को दिखाने के लिए तैयार होता है तो इन्हीं आउटपुट डिवाइस पर यूजर परिणामों को देख सकता है और उन्हें एक्सेस कर सकता है. आउटपुट डिवाइस मॉनिटर, प्रिंटर, प्लॉटर आदि हैं.
डिजिटल कंप्यूटर के प्रकार (Types of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर को मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं.
- माइक्रो कंप्यूटर
- मिनी कंप्यूटर
- मेनफ्रेम कंप्यूटर
- सुपर कंप्यूटर
चलिए इनके बारे में विस्तार से जान लेते हैं –
1 – माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)
माइक्रो कंप्यूटर आकार में बहुत छोटे होते हैं, इस प्रकार के कंप्यूटर में CPU के स्थान पर एक माइक्रोप्रोसेसर लगा होता है. आप एक डेस्क पर रखकर भी इन कंप्यूटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. माइक्रो कंप्यूटर का उपयोग दैनिक जीवन में किया जाता है इसलिए इन्हें पर्सनल कंप्यूटर भी कहते हैं.
माइक्रो कंप्यूटर के कुछ उदाहरण लैपटॉप, नोटबुक, स्मार्टफ़ोन, कैलकुलेटर इत्यादि हैं.
2 – मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)
मिनी कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर को कहते हैं, जो आकार में माध्यम होते हैं और ये माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक कुशलता और तेजी से कार्य करते हैं. मिनी कंप्यूटर में एक समय में एक से अधिक लोग कार्य कर सकते हैं.
मिनी कंप्यूटर के कुछ उदाहरण IBM’s AS/400e, Honeywell200, TI-990 आदि हैं.
3 – मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
मेनफ्रेम कंप्यूटर आकार में मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर दोनों से बड़े होते हैं. इस प्रकार के कंप्यूटर को बड़ी – बड़ी संस्थाओं में इस्तेमाल किया जाता है. इनकी प्रोसेसिंग स्पीड बहुत फ़ास्ट होती है और मेमोरी भी बहुत अधिक होते है. मेनफ्रेम कंप्यूटर में एक साथ हजारों लोग भी काम कर सकते हैं.
मेनफ्रेम कंप्यूटर के कुछ उदाहरण IBM z15, IBM z14, IBM System z13 आदि हैं.
4 – सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
सुपर कंप्यूटर सबसे Advance कंप्यूटर होते हैं. इनकी स्पीड, कार्यक्षमता अन्य किसी भी कंप्यूटर की तुलना में बहुत अधिक होती है, जिस कारण इनकी कीमत भी बहुत ज्यादा होती है. आकार में भी ये कंप्यूटर अन्य कंप्यूटरों की तुलना में बहुत बड़े होते हैं.
सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल किसी विशेष उद्देश्यों के लिए किया जाता है, अधिकतर बड़ी कंपनियां सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल करती हैं. एक अकेला आदमी सुपर कंप्यूटर पर काम नहीं कर सकता है, इसे चलाने के लिए एक पूरी टीम की जरुरत पड़ती है.
सुपर कंप्यूटर के कुछ उदाहरण Frontera, Sierra, Sunway Tainulight आदि हैं.
डिजिटल कंप्यूटर की विशेषताएं (Feature of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर की अनेक सारी विशेषतायें होती हैं, जिनमें से कुछ विशेषताओं के बारे में हमने नीचे बताया है.
Good Memory – डिजिटल कंप्यूटर में बड़ी मात्रा में डेटा को लम्बे समय के लिए स्टोर किया जा सकता है. इनकी स्टोरेज क्षमता बहुत अधिक होती है.
Good Speed – डिजिटल कंप्यूटर बहुत फ़ास्ट होते हैं, ये सभी कार्यों को तेज गति से करते हैं. डिजिटल कंप्यूटर इनपुट प्राप्त करने के बाद सेकंड से पहले ही आउटपुट यूजर को देते हैं.
Multitasking – डिजिटल कंप्यूटर Multitasking होते हैं, आप एक साथ इनमें अनेक प्रकार के कार्यों को कर सकते हैं. डिजिटल कंप्यूटर बड़ी कुशलतापूर्वक Multi Task को करने में सक्षम हैं.
Accurate– डिजिटल कंप्यूटर अधिक सटीकता से आउटपुट देते हैं. आप किसी भी समय किसी भी पॉइंट पर डिजिटल कंप्यूटर से सटीक डेटा प्राप्त कर सकते हैं.
Various Use – डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के कार्यों को करने के लिए किया जा सकता है, जैसे आप डिजिटल कंप्यूटर पर गाने सुन सकते हैं, विडियो देख सकते हैं, गेम खेल सकते हैं, फोटो ले सकते हैं, डेटा स्टोर कर सकते हैं आदि.
Easy to Use – डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल करना भी आसान है. इन्हें इस्तेमाल करने के लिए किसी विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती है.
Available Different Price Range – डिजिटल कंप्यूटर विभिन्न Price Range पर उपलब्ध होते हैं, आप अपने कार्यों की आवश्यकता अनुसार डिजिटल कंप्यूटर को खरीद सकते हैं.
डिजिटल कंप्यूटर के उपयोग (Uses of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए किया जा सकता है, डिजिटल कंप्यूटर के द्वारा किये जाने वाले कुछ प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं –
- डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग संख्या की गणना, डेटा स्टोर करना, गाने सुनना, विडियो देखना, डॉक्यूमेंट बनाना आदि प्रकार के कार्यों के लिए किया जाता है.
- सभी स्कूल, कॉलेज, छोटे – बड़े संस्थाओं, कार्यालयों आदि स्थानों पर डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है.
- विडियो एडिटिंग, फोटो एडिटिंग, गाने रिकॉर्डिंग आदि कार्यों के लिए डिजिटल कंप्यूटर उपयोग में लाये जाते हैं.
- कारखानों, उद्योगों में ऑटोमैटिक मशीनों को चलाने के लिए डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है.
- चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्रों में डिजिटल कंप्यूटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
डिजिटल कंप्यूटर के फायदे (Advantage of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं –
- डिजिटल कंप्यूटर की स्टोरेज क्षमता बहुत अधिक होती है, यह बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर करने में सक्षम हैं.
- डिजिटल कंप्यूटर Multitasking होते हैं, इसमें बिना किसी परेशानी के कई टास्क को एक साथ किया जा सकता है.
- डिजिटल कंप्यूटर एनालॉग कंप्यूटर की तुलना में अधिक सटीक आउटपुट देते हैं.
- डिजिटल कंप्यूटर अपनी स्पीड के लिए भी जाने जाते हैं. ये कंप्यूटर काम को Quality के साथ बहुत जल्दी करते हैं.
- डिजिटल कंप्यूटर में अनेक प्रकार के सॉफ्टवेयर को सपोर्ट करते हैं, आप किसी विशेष काम को करने के लिए सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं और उस कार्य को कर सकते हैं. जैसे गाने सुनना, गेम खेलना, विडियो देखना आदि.
- डिजिटल कंप्यूटर पर यूजर अपना कार्य आसानी से कर सकता है.
डिजिटल कंप्यूटर के नुकसान (Disadvantage of Digital Computer in Hindi)
डिजिटल कंप्यूटर के कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं –
- डिजिटल कंप्यूटर में वायरस आने का ख़तरा होता है. जब एक बार इन कंप्यूटर में वायरस घुस जाते हैं तो यह कंप्यूटर की परफॉरमेंस को खराब कर सकते हैं.
- डिजिटल कंप्यूटर हैक हो सकते हैं, अगर आप कीमती डेटा को डिजिटल कंप्यूटर में स्टोर करके रखते हैं और हैकर आपके कंप्यूटर को हैक कर लेते हैं तो आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
- डिजिटल कंप्यूटर बहुत महंगे होते हैं.
- एनालॉग कंप्यूटर की तुलना में डिजिटल कंप्यूटर को अधिक बिजली की जरुरत होती है.
- डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षण की जरुरत होती है, एक सामान्य यूजर जिसे कंप्यूटर की अधिक जानकारी नहीं है वह डिजिटल कंप्यूटर का इस्तेमाल नहीं कर सकता है.
डिजिटल कंप्यूटर और एनालॉग कंप्यूटर में अंतर
एनालॉग कंप्यूटर के बारे में हमने आपको अपने पिछले एक लेख में बताया था. आप उस लेख को पढ़कर एनालॉग कंप्यूटर के बारे में अच्छे से समझ सकते हैं.
डिजिटल कंप्यूटर और एनालॉग कंप्यूटर में अंतर निम्नलिखित हैं.
एनालॉग कंप्यूटर | डिजिटल कंप्यूटर |
---|---|
एनालॉग कंप्यूटर का इस्तेमाल भौतिक मात्राओं को मापने के लिए किया जाता है. | डिजिटल कंप्यूटर को मुख्य रूप से संख्या की गणना के लिए डिजाईन किया गया था. लेकिन अब डिजिटल कंप्यूटर बहुत Advance हो चुके हैं. |
एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग अधिकतर विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में किया जाता है. | डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग सभी क्षेत्रों में किया जा सकता है. |
एनालॉग कंप्यूटर सटीक आउटपुट नहीं देते हैं. | डिजिटल कंप्यूटर सटीक आउटपुट देते हैं. |
एनालॉग कंप्यूटर में डेटा स्टोर नहीं होता है. | डिजिटल कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर करने में सक्षम हैं. |
एनालॉग कंप्यूटर एक बार में एक ही टास्क को कर सकते हैं, यह Multitasking नहीं होते हैं. | डिजिटल कंप्यूटर Multitasking होते हैं, आप एक साथ में अनेक प्रकार के कार्य डिजिटल कंप्यूटर में कर सकते हैं. |
एनालॉग कंप्यूटर किसी विशेष काम को कर सकते हैं. | डिजिटल कंप्यूटर अनेक प्रकार के कार्यों को कर सकते हैं, जैसे गेम खेलने, विडियो एडिट करना, गाने रिकॉर्ड करना, डेटा स्टोर करना आदि. |
एनालॉग कंप्यूटर के काम करने की स्पीड कम होती है. | डिजिटल कंप्यूटर बहुत स्पीड के साथ काम करने में सक्षम हैं. |
एनालॉग कंप्यूटर की कीमत कम होती है. | डिजिटल कंप्यूटर महंगे होते हैं. |
FAQ: Digital Computer in Hindi
डिजिटल कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो बाइनरी नंबर सिस्टम (0 और 1) पर काम करते हैं, इस प्रकार के कंप्यूटर इनपुट को प्राप्त करते हैं और उन्हें बाइनरी कोड में परिवर्तित करके उचित परिणाम यूजर को दिखाते हैं.
डिजिटल कंप्यूटर का आविष्कार John Vincent Atanasoff ने 1930 के दशक में किया.
वैसे डिजिटल कंप्यूटर अनेक प्रकार के होते हैं, लेकिन सामान्य उदाहरण की बात करें तो कैलकुलेटर, लैपटॉप. डेस्कटॉप, स्मार्टफ़ोन, मोबाइल आदि डिजिटल कंप्यूटर के उदाहरण हैं.
डिजिटल कंप्यूटर मुख्य रूप से 4 प्रकार के होते हैं – माइक्रो कंप्यूटर, मिनी कंप्यूटर, मेनफ़्रेम कंप्यूटर और सुपर कंप्यूटर.
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निष्कर्ष: डिजिटल कंप्यूटर क्या है हिंदी में
इस लेख को हमने जाना कि Digital Computer Kya Hai In Hindi, यह काम कैसे करता है, डिजिटल कंप्यूटर के प्रकार, इतिहास, विशेषतायें, उपयोग, फायदे, नुकसान तथा डिजिटल कंप्यूटर और एनालॉग कंप्यूटर में अंतर आदि सभी के बारे में हमने आपको पूरी जानकारी दी है. हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख को पढने के बाद आप डिजिटल कंप्यूटर को अच्छी तरह से समझ गए होंगे.
हमने पूरी कोशिस की है कि आपको इस लेख में डिजिटल कंप्यूटर के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करवा सकें, लेकिन फिर भी कोई इनफार्मेशन रह गयी तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सुझाव हमें दे सकते हैं, साथ में ही इस लेख से जुड़े किसी भी प्रशन को कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं. हम जल्दी ही आपका जवाब देने की कोशिस करेंगे.
तो इस लेख में इतना ही, आशा करते हैं आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख डिजिटल कंप्यूटर क्या है जरुर पसंद आया होगा, इस लेख को आप सोशल मीडिया पर भी शेयर करें और अन्य लोगों को डिजिटल कंप्यूटर के बारे में बतायें
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