BS6 Kya Hai In Hindi: भारत में वायु प्रदूषण एक बहुत ही गंभीर समस्या है. भारत के टॉप 10 शहर वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं, जिसका खामियाजा यहाँ के नागरिकों को गंभीर बीमारियों के रूप में उठाना पड़ता है. वायु प्रदूषण को फैलाने में वाहनों की भूमिका सबसे अधिक है. वाहनों से निकलने वाली हानिकारक नाइट्रिक ऑक्साइड, सल्फर, कार्बन डाइऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर गैसे वातावरण को बहुत अधिक प्रदूषित कर रहीं हैं.
वाहनों के द्वारा होने वाले वायु प्रदुषण की रोकथाम के लिए भारत सरकार ने BS6 इंजन युक्त वाहनों को लांच किया है. BS6 टेक्नोलॉजी से बने वाहन प्रदूषित कारकों का उत्सर्जन काफी हद तक कम कर देते हैं, इसलिए अब भारत में अधिकांश BS6 टेक्नोलॉजी के वाहनों का उपयोग किया जाने लगा है.
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको BS6 Engine क्या है, BS6 इंजन काम कैसे करता है, BS6 और BS4 में क्या अंतर है और BS6 इंजन के फायदों के बारे में जानकारी देने वाले हैं. इसके साथ ही इस लेख में आपको BS6 इंजन से जुड़े तमाम सारे सवालों का जवाब भी मिलेगा.
तो चलिए बिना समय गंवाए शुरू करते हैं आज का यह आर्टिकल और सबसे पहले जानते हैं आखिर यह BS क्या है.
बीएस क्या है (BS Kya Hai In Hindi)
BS का फुल फॉर्म Bharat Stage है, यह वाहनों के प्रदूषण को मापने के लिए एक उत्सर्जन मानक है. BS टेक्नोलॉजी की मदद से वाहनों के इंजन से पार्टिकुलेट मैटर (PM), नाइट्रिक ऑक्साइड (NOx), सल्फर, कार्बन डाइऑक्साइड जैसे प्रदूषक कारकों को कम किया जा सकता है.
BS Emissions Norms की शुरुवात सन 2000 में की गयी थी जब बाइक, कार और अन्य वाहनों से इंजन से निकलने वाले हानिकारक गैसे हवा को तेजी से प्रदूषित कर रहे थे. प्रदुषण के स्तर को कम करने के लिए समय – समय पर BS Norms को अपडेट किया जाता है, जिसे BS2, BS3, BS4, BS6 के नाम से जाना जाता है.
इसके अपडेटेड वर्शन का उपयोग वाहनों में करने से प्रदुषण को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है. BS Norms को अपडेट Central Pollution Control Board (CPCB) के द्वारा किया जाता है.
आपको बता दें भारतीय उत्सर्जन मानक European norms की तर्ज पर आधारित हैं जिन्हें आमतौर पर EURO 2, EURO 3, और इसी तरह जाना जाता है. BS Norms के पहले वर्शन को INDIA 2000 के नाम से भी जाना जाता है.
भारत में साल 2005 में BS Norms मानक को अपडेट करके BS2 की शुरुवात की, इसके बाद साल 2010 में BS3 को लांच किया. इसके बाद साल 2017 में काफी लबें समय अंतराल के बाद BS4 को लांच किया गया और फिर 2020 में BS6 मानक को लांच किया गया.
भारत में 1 अप्रैल 2020 से सिर्फ BS6 मानक वाली गाड़ियां मार्केट में उपलब्ध होती हैं. परन्तु जो लोग पहले से ही BS4 गाड़ियां चला रहे हैं, उन्हें हटाया या बंद नहीं किया गया, सिर्फ नए वाहन ही BS6 इंजन के साथ आते हैं.
बीएस6 इंजन क्या है (BS6 Engine Kya Hai In Hindi)
BS6 इंजन वाहन उत्सर्जन मानक की छठी स्टेज है जो वाहनों से होने वाले प्रदूषण को काफी हद तक कम कर देगा. दरसल BS6 लैस वाहनों में ख़ास फ़िल्टर लगेंगें जिससे पार्टिकुलेट मैटर (PM) और नाइट्रिक ऑक्साइड (NOx) के स्तर में 80 से 90 फ़ीसदी तक कमी आयेगी. BS6 इंजन की मदद से वायु प्रदुषण पर रोक लगेगी.
बीएस6 का फुल फॉर्म क्या है (BS6 Full Form In Hindi)
BS6 का फुल फॉर्म Bharat Stage – 6 होता है. इसे Bharat Stage Emissions Norms 6 भी कहते हैं.
BS6 इंजन काम कैसे करता है?
BS6 की कार्यप्रणाली मुख्य रूप से Selective Catalytic Reduction (SCR) unit पर आधारित है. सेलेक्टिव कैटेलिटिक रिडक्शन यूनिट एक उत्प्रेरक की मदद से नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) को डायटोमिक नाइट्रोजन और पानी में परिवर्तित करती है, यह दोनों ही हानिरहित उत्पाद हैं.
SCR यूनिट NOx उत्सर्जन को कम करने के लिए AdBlue या डीजल exhaust fluid का उपयोग करती है. जब AdBlue को इंजन से जोड़ा जाता है, तो वह क्षेत्र कार्बन डाइऑक्साइड और अमोनिया में परिवर्तित हो जाता है. अमोनिया बाद में गैसों को नाइट्रोजन और जल वाष्प में परिवर्तित करता है और इंजन से प्रदूषक उत्सर्जन को कम करता है. AdBlue को छोटे वाहनों में 10 लीटर क्षमता वाले टैंक में भरा जाता है.
BS4 और BS6 में अंतर (BS4 vs BS6 In Hindi)
BS4 इंजन ने पिछले मानकों की तुलना में कुछ हद तक प्रदुषण को नियंत्रित किया. BS4 में मुख्य रूप से वातावरण के सल्फर के स्तर को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया गया था, लेकिन यह यह पार्टिकुलेट मैटर और नाइट्रिक ऑक्साइड को कम करने के मानदंड को पूरा करने में सक्षम नहीं था इसलिए भारत सरकार ने BS6 टेक्नोलॉजी को लांच किया.
BS6 को लांच करने का मुख्य उद्देश्य वाहनों से होने वाले प्रदुषण को कम करना है और यह टेक्नोलॉजी भी पूरी तरह वाहनों से होने वाले वायु प्रदुषण को कम करने में समर्पित है. वायु प्रदुषण को कम करने के आधार पर ही BS4 और BS6 प्रणाली में कुछ अंतर हैं.
BS4 और BS6 इंजन के बीच प्रमुख अंतरों को हमने नीचे टेबल के माध्यम से आपको बताया है.
Bharat Stage4 | Bharat Stage6 |
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BS4 मानक BS6 की तुलना में बड़े पैमाने पर प्रदुषण फैलाता है. | BS6 मानक प्रदुषण को 80 से 90 फ़ीसदी तक कम करता है. |
BS4 के इंजन में सल्फर की मात्रा अधिक होती है. | BS6 वातावरण में सल्फर को BS4 की तुलना में 5 गुना तक कम कर देता है. |
BS4 पार्टिकुलेट मैटर और नाइट्रिक ऑक्साइड को कम करने में सक्षम नहीं है. | BS6 पार्टिकुलेट मैटर और नाइट्रिक ऑक्साइड दोनों को कम करने में पूरी तरह सक्षम है. |
BS4 में कोई एडवांस उत्सर्जन नियंत्रण प्रणाली का उपयोग नहीं किया जाता है. | BS6 में एडवांस उत्सर्जन नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया गया है. |
BS6 इंजन के फायदे
साल 2020 से भारत में BS6 इंजन को अनिवार्य कर दिया गया है, क्योंकि यह डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों में पार्टिकुलेट मैटर और नाइट्रिक ऑक्साइड जैसी जहरीली गैसों के उत्सर्जन मात्रा को कम कर देता है इसलिए BS6 इंजन के अनेक सारे फायदे हैं.
BS6 इंजन के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं –
- BS6 इंजन का इस्तेमाल करने से वायु प्रदुषण को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.
- BS6 इंजन का इस्तेमाल करने से आपकी गाडी का माइलेज पहले की तुलना में अधिक हो जायेगा.
- BS6 इंजन से आपके गाड़ियों की परफॉरमेंस भी बेहतर होगी.
- BS6 इंजन वाहनों से निकलने वाले हानिकारक गैसों पार्टिकुलेट मैटर, नाइट्रिक ऑक्साइड और सल्फर के उत्सर्जन को कम कर देता है.
- BS6 हमारे स्वास्थ के लिए भी लाभदायक है क्योंकि इसकी मदद से वायु प्रदुषण से होने वाली भयंकर बीमारियों से लोगों को राहत मिलेगी.
BS6 इंजन क्यों जरुरी है?
भारत में BS6 इंजन बहुत जरुरी है, क्योंकि भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है. अगर आप दुनिया के 50 सबसे अधिक प्रदूषित शहर देखेंगे को इसमें से 35 शहर भारत के है.
आप जानते ही होंगें भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है. वाहनों के उत्सर्जन की जहरीली गैसों ने नागरिकों के स्वास्थ पर बहुत बुरा असर डाला है. भारत में बहुत सारे लोग वायु प्रदुषण के कारण भयंकर बीमारियों से जूझ रहे हैं. ये सभी कारक भारत में BS6 मानक को आवश्यक बनाते हैं.
इसके अलावा, भारत ने 2016 में पेरिस जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें भारत ने अपने कार्बन फुटप्रिंट को 35 से 55% तक कम करने की जिम्मेदारी ली है. इस समझौते ने देश को BS4 से BS6 वाहनों का उपयोग करना अनिवार्य बना दिया है.
क्या BS6 इंजन के आने से BS4 गाड़ियाँ बंद हो जायेंगीं?
अगर आपके पास पहले ही से BS4 इंजन वाली गाडी मौजूद है तो आपको BS6 मानक के आने से अधिक चिंतित होनी की जरुरत नहीं है. क्योंकि जो पुराने BS4 मानक वाहन हैं उनकी बिकी चालू रहेगी आप निश्चिंत होकर BS4 मानक वाहनों का उपयोग कर सकते हैं. आप रजिस्ट्रेशन की तारीख तक BS4 इंजन वाले वाहन को चला सकते हैं. लेकिन जो नए वाहनों का निर्माण होगा उनमें BS6 इंजन का इस्तेमाल किया जायेगा.
क्या BS6 वाहनों की कीमत अधिक है?
जी हाँ, BS4 की तुलना में BS6 वाहनों की कीमत अधिक होती है क्योंकि BS6 में नए इंजन का इस्तेमाल किया गया है. कारें BS4 मानक की तुलना में ₹50,000 से ₹100,000 और मोटरसाइकिलों की कीमत ₹5,000 से ₹15,000 तक महँगी हुई हैं.
CNG कारों पर BS6 का क्या प्रभाव पड़ेगा?
वाहन निर्माताओं को BS6 वाहनों में CNG का इस्तेमाल करने के लिए अपने डीजल और पेट्रोल इंजन में मामूली बदलाव करने पड़ेगें.
BS6 वाहनों की सूची (BS6 Vehicle List)
आज की तारीख में भारत में अनेक सारे BS6 वाहन मौजूद हैं, जिनमें से टॉप BS6 वाहनों की सूची हमने नीचे आपको बताई है. नीचे टेबल में एक साइड हमने आपको BS6 कार और दूसरी साइड BS6 स्कूटर व बाइक के बारे में बताया है.
BS6 कार | BS6 दुपहिया वाहन (स्कूटर, बाइक) |
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Maruti Suzuki Ciaz | Honda Activa 125 |
Maruti Suzuki Dzire | TVS Jupiter |
Maserati Ghibli | Aprilia SR125 |
Hyundai Verna | Yamaha Fascino 125 |
Kia Carnival | Hero Splendor ISmart 110 |
Mercedes-Benz S-Class | Honda Activa 6G |
Ford Aspire | Hero Super Splendor |
Toyota Yaris | TVS Ntorq 125 |
BMW 5 Series | Bajaj Pulsar NS200 |
Honda City | Hero Splendor Plus |
Audi A6 | Jawa Perak |
Audi A8 L | TVS Apache RTR 160 |
Honda Civic | Bajaj Platina 110 H-Gear |
Mahindra XUV300 | Yamaha YZF R15 V3 |
Jeep Wrangler | Yamaha FZ V 3.0 |
Mercedes-Benz E-Class | TVS Star City Plus |
Kia Seltos | Hero HF Deluxe |
Hyundai Aura | Jawa 42 |
निष्कर्ष: BS6 Engine क्या है हिंदी में
BS4 से BS6 में switch करना पर्यावरण के लिए अच्छी खबर है, इससे प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है. अगर आप भी नयी गाडी लेने का सोच रहे हैं तो BS6 इंजन वाले वाहन को ही खरीदें. हालाँकि इसकी कीमते BS4 की तुलना में थोड़ी महँगी हैं लेकिन स्वास्थ और पर्यावरण के लिए यह बहुत लाभदायक है.
दोस्तों इस ब्लॉग पोस्ट में हमने आपको BS6 Engine Kya Hai के बारे में कम्पलीट जानकारी प्रदान की है, हमें पूरी उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढने के बाद आप BS6 इंजन और इसके फायदों के बारे में अच्छी प्रकार से समझ गए होंगें.
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट बॉक्स में बताना ना भूलें, साथ ही इस लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और इसी प्रकार के उपयोगी लेख पढने के लिए हमारे ब्लॉग Techshole को विजिट करते रहें.