Bounce Rate क्या है (8 जरूरी बातें) Bounce Rate को कम कैसे करें

Bounce Rate In Hindi : नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको Bounce Rate क्या और Bounce Rate कम कैसे करें इसके बारें में विस्तार से बताने वाले है.

क्या आपके ब्लॉग वेबसाइट का Bounce Rate ज्यादा है और Bounce Rate को कम कैसे करें यह जानना चाहते है. क्यों की एक Successful Blogger इसके बारें में आपको नही बताता है.

Bounce Rate आपके ब्लॉग वेबसाइट पर विसिटर के आने के बाद बिताने वाले समय और विभिन्न गतिविधियों पर निर्भर करता है. Bounce Rate आपकी वेबसाइट की गुणवता को दर्शाता है.

यदि किसी ब्लॉग की Bounce Rate ज्यादा होती है तो वह कभी भी किसी भी सर्च इंजन  यानि Google पर Rank नहीं कर सकता है.

इस लिए आपको यह लेख पूरा पढना चाहिए और इसमें बताये सभी निर्देशों को फॉलो करना चाहिए जिससे आपके मन में यह सवाल नहीं रहें – Website का Bounce Rate कम कैसे करें और Bounce Rate क्या है.

सामग्री की तालिका

Bounce Rate क्या है – Bounce Rate In Hindi

Bounce Rate वह मापन होता है जो यह दर्शाता है की वेबसाइट पर आने वाला विसिटर कितनी देर वेबसाइट पर रहता है या यूँ कहें की वेबसाइट के विसिटर की वह Percentage होती है जो कि आपकी website पर एक बार आने पर सिर्फ एक ही page को देखते हैं और कम समय में leave कर चले जाते हैं.

आसान भाषा में Bounce Rate का मतलब है की – जब गूगल से आपकी साईट पर कोई यूजर आता है और वह फटाफट उसी पेज को देखकर चला जाता है तो आपके ब्लॉग की Bounce Rate बढ़ जाती है. यदि वह यूजर वेबसाइट के अन्य पेज भी विजिट करता है तो आपका Bounce Rate कम होने लगता है. जो SEO के हिसाब से सही होता है.

मान लीजिये एक ब्लॉग वेबसाइट पर लिखा गया लेख लगभग 1000 शब्दों का है और इसे पूरा पढने में 4 मिनट का समय लगता है (क्यों की आम इन्सान 1 मिनट में 250 वर्ड्स ही पढ़ पाता है) और उस वेबसाइट पर विसिटर के आने के बाद 20 सेकंड में ही बाहर निकल जाता है. तो उस विसिटर द्वारा बिताये गये समय के मापन को बाउंस रेट कहते है.

चलिए अब जानते है – किसी ब्लॉग वेबसाइट का बाउंस रेट कितना होना चाहिए

ब्लॉग वेबसाइट का Bounce Rate कितना होना चाहिए

हर एक ब्लॉग और वेबसाइट का बाउंस रेट अलग – अलग होता है और यह निर्भर करता है की ब्लॉग या वेबसाइट किस टॉपिक पर बने है. चलिए जानते है की बाउंस रेट कितना होना चाहिए.

यहाँ दिए गये है अलग – अलग वेबसाइट के बाउंस रेट के आकड़ें

  • ब्लॉग  –  45 से 90%
  • Lead generate करने वाली वेबसाइट  – 40 से 60%
  • Singal Landing Pages – 75 से 90%
  • Content वाली वेबसाइट – 45 से 60%
  • services देने वाली वेबसाइट – 10 से 30%
  • सामान बेचने वाली वेबसाइट – 20 से 40%

ब्लॉग का Bounce Rate इसलिए ज्यादा हो जाता है क्यों की जब भी कोई यूजर ब्लॉग पढने आता है तो वह एक बार में पुरे लेख को देखता है यदि उसे अपने उपयोग की जानकरी दिखाई देती है तो वह पढता है नहीं तो बाहर चला जाता है.

video credit – WScube Tech

Bounce Rate चेक कैसे करें

Bounce Rate को चेक करना बहुत ही आसन है. आइल लिए आपको अपने ब्लॉग वेबसाइट को Google Analytics से कनेक्ट करना होगा. यहाँ आप ऑडियंस के सेक्शन पर जाकर अपने ब्लॉग का Bounce Rate को आसानी से चेक कर सकते है.

इसके अलावा आप अन्य वेबसाइट से भी अपने ब्लॉग का Bounce Rate Calculate कर सकते है.

Bounce Rate Checker tool for Website or Blog In Hindi

Bounce Rate बढ़ने का कारण – बाउंस रेट क्यों बढ़ता है?

बाउंस रेट बढने के बहुत से कारण होते है इनमे से कुछ मुख्य कारण हम आपको बताने वाले है. जिनको आपको ध्यान में रखना है जिससे आपके ब्लॉग वेबसाईट की बाउंस रेट सामान्य रख सकते है.  

01. Web Page का Slow होना

किसी वेबसाइट के पेज की speed लोडिंग होते समय धीमी है तो बाउंस रेट बढ़ने का ज्यादा chance रहता है. वेबसाइट की Loading speed सबसे बढ़ा रैंकिंग factor होता है.

यदि कोई विसिटर आपके ब्लॉग पर आता है और आपका ब्लॉग बहुत धीरे – धीरे लोड हो रहा है तो विसिटर बिना पढ़े ही आपके ब्लॉग से निकल जाता है. इस लिए आप वेबसाइट को जल्दी लोड करने के लिए Best Web Hosting का ही इस्तेमाल कीजियेगा.

02. User का ध्यान न क्रेंद्रित करना

यदि आप यूजर का ध्यान केन्द्रित नही करेंगे तो आपका बाउंस रेट कभी कम नही होगा.

जब भी आप कोई कंटेंट लिखते हैं तो वह छोटा और फालतू कंटेंट न लिखे. ब्लॉग को लिखने पर Internal Linking और video, जरूरी Tips और Image आदि का यूज़ न करने से ही आपका बाउंस रेट बढ़ता है.

03. Blank Page और Technical Error का होना

यह भी एक बढ़ा कारण है Bounce Rate के बढने का जैसे –

  • किसी वेब पेज का open नहीं होना.
  • वेब पेज का Blank होना या क्रेश होना.
  • किसी webpage में Broken links का होना.
  • Image का सही से लोड नहीं होना.
  • वेब पेज पर ज्यादा Ads का होना.
  • AMP setup सही से नहीं होना.
  • Popup या Banner का पुरे पेज पर आने के बाद न हटना इत्यादि.

4. Low Quality Content का होना

जी हाँ यह भी के बहुत ही बड़ा कारण है बाउंस रेट बढने का – यदि आप Quality Article लिखते है जिसमे यूजर के सवाल का जवाब तो होता है पर यूजर को उसी सवाल से रिलेटेड दुसरे वेब पेज पर विजिट करने के लिए प्रेरित नही करते है तो यह एक आपके ब्लॉग के सही नही होगा. इससे आपके वेब पेज पर बाउंस रेट बढेगा और गूगल रैंकिंग भी इफ़ेक्ट होगी.

इसलिए एक High Quality पोस्ट लिखनी चाहिए जो यूजर के सभी सवाल के जवाब तो दे ही साथ में दुसरे लेख पर जाने के लिए विवश हो जाये.

Internal Linking और आउटबाउंड links को गलत तरीके से यूज़ क्र्नेगे तो आपके ब्लॉग या वेबसाइट का बाउंस रेट ज्यादा हो जायेगा.

आउटबाउंड लिंकिंग करने पर सावधानी नहीं रखी तो आपके विसिटर दूसरी वेबसाइट पर जा सकते है.

यदि आप इन गलतियों को नही करना चाहते है तो लेख को पूरा पढ़े.

अब हम जानते है की Bounce Rate कम करने का तरीका.

Bounce Rate कम कैसे करें – Bounce Rate Kam Kaise kare

Step #01 – वेबसाइट की लोडिंग speed को सही करें

यदि आपको वेबसाइट का बाउंस रेट कम करना चाहते है अपने ब्लॉग की लोडिंग स्पीड को सही करे. यदि आप ऐसा नहीं करते है तो यूजर्स जब आर्गेनिक, refferal या social से आता है तो वह आपकी वेबसाइट को धीमा देख कर बिना खोले ही चला जाता है.

एक अच्छी speed वाली वेबसाइट हमेशा गूगल पर रैंक करती है और ज्यादा से ज्यादा आर्गेनिक ट्रैफिक लती है. इसलिए आज ही निचे दिए गये point हो फॉलो कर वेबसाइट की स्पीड डबल करें.

  • ब्लॉग वेबसाइट के लिए Best Web होस्टिंग का उपयोग करें जैसे – Cloudways, A2 Hosting और Bluehost.
  • एक मोबाइल friendly और Light Weight थीम का इस्तेमाल करें जैसे – GeneratePress
  • कंटेंट और इमेज को जल्दी लोड करने के लिए CDN का उपयोग करें.
  • ShortPixel से Image को Optimize करें.
  • बढ़िया Cache Plugin का Use करें जैसे – WP Rocket.

Step #02 – बाउंस रेट Reduce करने के लिए सही Visiter को Target करें

यदि आप ज्यादा विसिटर के चक्कर में अपने Niche से हट कर अलग टॉपिक पर लिखते है तो इससे बाउंस रेट में वृद्धि होती है.

मान लीजिये की आपका वेबसाइट goal है की – Cooking और आप अपने ब्लॉग पर कभी – कभी भजन कीर्तन पब्लिश कर रहे है. यह गलत है इससे आप सही यूजर्स को टारगेट नही कर रहे है. आपको सही विसिटर को attract करने के लिए ही लिखना होगा.

Step #03 – High Quality कंटेंट को पब्लिश करें

एक High Quality पोस्ट लिखें जिसमें यूजर के सभी सवालों के जवाब हो तो आपको बाउंस रेट बढ़ने की परेशानी नही होगी और आपका Bounce Rate हमेंशा कम ही रहेगा.

इसलिए एक बढिया SEO फ्रेंडली Post लिखें जिससे यूजर्स और Search Engine को समझने में आसानी हो और वह रैंक करने लगे.

Quality कंटेंट पब्लिश करने के लिए निम्न बातों को फॉलो करें

Step #04 – Internal Linking सही से करके बाउंस रेट को कम करें

Internal Links तो आप करते ही है पर सही से internal linking करना आपको आना चाहिए.

सही से Internal Linking और Out Bound Linking करना आपके ब्लॉग के बाउंस रेट को कम करने कारगर उपाय है.

इसलिए जब भी Internal Linking और आउटबाउंड links करते है तो आपको उस Link को Open New Tab में रखना चाहिए.

मान लीजिये आपके दुसरे पेराग्राफ में एक Internal Link की है और कोई यूजर उस पर क्लिक करता है तो वह उसी पेज से दुसरे पेज पर चला जाता है यह तो सही है, ऐसा नही है. इससे आपके पिछले पेज पर Bounce रेट बढ़ जाता है.

इसलिए आपको Link को Open New Tab में रखना है जिससे आपके पिछला पेज वैसा का वैसा रहें जहाँ से यूजर ने लिंक पर क्लिक किया था.

Step #05 – विडियो और Image का उपयोग करें

यदि आप यूजर को ज्यादा देर तक अपने ब्लॉग पर रखना चाहते है तो ब्लॉग और वेबसाइट के कंटेंट में Video और Image का इस्तेमाल अवश्य कीजियेगा.

यदि आपका Youtube चैनल नहीं है तो आप दुसरे Youtube चैनल का वीडियो क्रेडिट देकर इस्तेमाल कर सकते है. इससे आपके ब्लॉग पर इंगेजमेंट बढ़ेगा और आपका बाउंस रेट एक दम से कम हो जायेगा.

Bonus Tips : यदि आप विडियो और इमेज के साथ – साथ अपने ब्लॉग पर Pod Cast भी यूजर के साथ शेयर कर सकते है. 

Step #06 – वेबसाइट पर Ads कम लगाये

ज्यादा Ads लगाने से यूजर को पढने और कंटेंट पर ध्यान केन्द्रित करने में परेशानी होती है. इससे आपके बाउंस रेट के बढने के चांस ज्यादा होता है.

ज्यादा एअर्निग के चक्कर में बहुत से ब्लॉगर PopUp ads का उपयोग करता है यह गलत होता है. इसलिए इसे सावधानी से सही जगह पर लगाये ताकि किसी भी विसिटर को कोई परेशानी न हो.

Step #07 – Related पोस्ट और Popular Post का उपयोग करें

यदि आपको विसिटर को ज्यादा से ज्यादा कंटेंट पढने के लिए रोकना है तो आपको रिलेटेड पोस्ट और पोपुलर पोस्ट का उपयोग करना चाहिए.

यह लेख के अंत में और साइडबार में लगा सकते है. इससे आपके ब्लॉग का बाउंस रेट कम हो जायेगा.

Related Post और Popular Post के लिए wordpress plugins पर उपलब्ध है.

Step #08 – बाउंस रेट कम करें AMP का सही Setup करकें

यदि आप अपने ब्लॉग पर AMP का उपयोग करते है तो आपको बहुत से फायदें होगे जैसे –

  • वेबसाइट का Bounce Rate कम होगा.
  • वेब पेज जल्दी लोड होगा.
  • छोटे से लेकर बढ़े मोबाइल फ़ोन में सही से ओपन होगा.
  • slow इन्टरनेट होने पर भी सही पेज लोड होना.
  • Google Adsense में CPC अच्छी मिलेगी.

इसलिए हम आपको AMP सेटअप करने की सलाह देता है. यदि आपने पाने ब्लॉग वेबसाइट में अभी तक AMP का सेटअप नही किया है तो आज ही अपने ब्लॉग को AMP पर शिफ्ट करें और Website का Bounce Rate कम करें.

Bounce Rate और Exit Rate में अंतर – Bounce Rate VS Exit Rate In Hindi

जैसा की आपको पहले हमने बताया है की बाउंस रेट किसी वेबसाइट के फर्स्ट पेज पर विसिटर द्वारा हुई एक्टिविटी के बाद वेबसाइट को छोड़ने के प्रतिशत पर निर्भर करता है.

इसके विपरीत Exit Rate यूजर्स के द्वारा लैंडिंग पेज के बाद दूसरे या तीसरे या चोथे पेज पेज तक जाकर उस वेबसाइट से बाहर आ जाने के प्रतिशत पर निर्भर करता है.

बाउंस रेट और एग्जिट रेट में अन्तर आपको इस वीडियो में बताया गया है. जिससे आपको समझने में आसानी होगी.

बाउंस रेट और एग्जिट रेट में अन्तर

इन्हें भी पढ़े 

निष्कर्ष  – Bounce Rate कम कैसे करें

तो हमने आपको इस लेख में Bounce Rate Kya Hai और Bounce Rate कम कैसे करें इसके बारें में विस्तार से बताया है. यदि आपके ब्लॉग का Bounce Rate कम नही हो रहा है तो इस लेख में बताये सभी steps को फॉलो करें.

क्यों की गूगल में रैंक करने के किये आपको अपने वेबसाइट का बाउंस रेट कम करना ही होगा.

यदि आपको what is Bounce Rate In Hindi से रिलेटेड कोई सवाल है तो हमें जरुर कमेंट बॉक्स में पूछ लेवें और Techshole को पढ़ते रहें… धन्यवाद!

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