Blue-ray Disc Kya Hai In Hindi: क्या आप जानते हैं Blue-ray Disc क्या है, यह कैसे काम करता है, ब्लू–रे डिस्क को किसने बनाया, ब्लू–रे डिस्क कितने प्रकार के होते हैं, ब्लू–रे डिस्क की विशेषताएं और ब्लू–रे डिस्क के फायदे तथा नुकसान क्या हैं. यदि नहीं तो आप बिल्कुल सही लेख पर आये हैं. आज के इस लेख में माध्यम से हम आपको ब्लू-रे डिस्क के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं.
Blue-ray Disc आधुनिक तकनीकी है जिसकी मदद से आप High Quality के इमेज, विडियो आदि को स्टोर कर सकते हैं. यह एक optical disc का प्रकार है जो कि CD/DVD की तरह ही वृताकार होता है. ब्लू-रे डिस्क की स्टोरेज क्षमता सामान्य CD और DVD की तुलना में बहुत अधिक होती है.
Blue-ray Disc के बारे में जानने के लिए लेख को अंत तक जरुर पढ़ें, क्योंकि लेख के अंत में आप समझ जाओगे कि Blue-ray disc और DVD में क्या अंतर है. तो चलिए शुरू करते हैं आज के इस लेख को और जानते हैं Blue-ray Disc क्या है हिंदी में विस्तार से.
ब्लू-रे डिस्क क्या है (What is Blue-ray Disc in Hindi)
Blue-ray Disc एक वृताकार नीले रंग की स्टोरेज डिवाइस है जो कि CD और DVD के समान दिखाई देती है. Blue-ray Disc का व्यास 12 सेंटीमीटर यानि कि 4.7 इंच और मोटाई 1.2 mm होती है.
Blue-ray Disc एक प्रकार की Optical Disc है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर में डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है. Blue-ray Disc का इस्तेमाल High Definition (HD) विडियो को रिकॉर्ड करने तथा प्लेयर करने के लिए किया जाता है.
Blue-ray Disc एक Secondary Storage Device है जिसकी क्षमता CD और DVD से बहुत अधिक होती है. एक CD में 700 MB तक डेटा स्टोर किया जा सकता है और एक सामान्य DVD में लगभग 8 GB तक डेटा स्टोर होता है. लेकिन एक Blue-ray Disc के एक लेयर में 25 GB तक डेटा को आसानी से स्टोर किया जा सकता है.
मतलब कि किसी भी optical disc की तुलना में Blue-ray Disc की स्टोरेज क्षमता बहुत अधिक होती है. Blue-ray Disc एक DVD की तुलना में High Resolution और Advance Audio / Video Format को भी सपोर्ट करता है.
Blue-ray Disc का इतिहास (History of Blue-ray Disc in Hindi)
Blue-ray Disc को 13 बड़ी इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों ने मिलकर बनाया है, जिन्हें कि BD Association कहते हैं. ब्लू-रे डिस्क का निर्माण करने के लिए साल 2000 में Sony, HP, DTS, Hitachi, Intel, Panasonic, LG जैसी कंप्यूटर हार्डवेयर कंपनियों ने मिलकर एक संस्था का गठन किया. और Blue-ray Disc पर काम करना शुरू किया.
इस डिवाइस को Blue-ray Disc नाम देने का कारण था कि इसमें Blue laser Technology की मदद से डेटा को read और write किया जाता है.
2003 में पहली मूवी चार्ली जंगल ब्लू-रे डिस्क में आई, यह एक Recordable ब्लू-रे डिस्क थी. अर्थात इसमें डेटा को केवल एक बार ही write किया जा सकता था. साल 2006 में पहली Rewriteable ब्लू-रे डिस्क को लांच किया गया. इसी साल पहला Blue-ray Player को भी लांच किया गया.
आज Blue-ray Disc सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला disc है, अधिकांश नयी 3D मूवी, गेम आदि ब्लू – रे तकनीकी पर ही रिलीज़ किये जाते हैं. क्योंकि इसकी Quality और Capacity CD और DVD से बहुत Advance होती है.
Blue-ray Player क्या है
Blue-ray disc को चलाने के लिए Blue-ray Player की आवश्यकता होती है. Blue-ray disc को Normal Media player में use नहीं किया जा सकता है. चूँकि Blue-ray disc में Blue Laser Light का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि Blue-ray Player में CD और DVD को read किया जा सकता है. Blue-ray Player की कीमत 10 से 15 हजार तक होती है.
Blue-ray Disc कैसे काम करता है (Blue-ray Disc Work in Hindi)
CD और DVD में डेटा को read और write करने के लिए Red laser technology का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसके विपरीत एक Blue-ray Disc में डेटा को read और write करने के लिए Blue laser technology का इस्तेमाल किया जाता है.
एक Blue लेजर में Red लेज़र (650 नैनोमीटर) की तुलना में कम तरंग दैर्ध्य (405 नैनोमीटर) होती हैं. छोटा बीम अधिक सटीक रूप से केंद्रित होता है, जो इसे केवल 0.15 microns लंबे pit में दर्ज जानकारी को पढ़ने में सक्षम बनाता है. यह DVD पर मौजूद pit से दोगुने से भी अधिक छोटा होता है.
Blue-ray Disc के प्रकार (Types of Blue-ray Disc in Hindi)
Blue-ray Disc मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं –
- BD-RE (Rewriteable)
- BD-R (Recordable)
1 – BD-RE (Rewriteable) रीराइटेबल
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है इस प्रकार की Blue Ray Disc में डेटा को पुनः write किया जा सकता है. अर्थात BD-RE में डेटा को कई बार मिटाकर नया डेटा इनपुट किया जा सकता है. BD-RE मीडिया को पैकेजिंग पर गोल्ड ट्रिम की नाम से भी पहचाना जाता है.
2 – BD-R (Recordable) रिकॉर्ड करने योग्य
इस प्रकार के Blue Ray Disc में डेटा को केवल एक ही बार write किया जा सकता है. BD-R में मौजूद डेटा को हम मिटाकर दुबारा write नहीं कर सकते हैं.
Blue Ray Disc की स्टोरेज क्षमता
Blue Ray Disc की स्टोरेज क्षमता इसके लेयर पर निर्भर करती है.
- एक Single layer Blue-ray Disc की स्टोरेज क्षमता 25 GB होती है.
- एक Double layer Blue Ray Disc की स्टोरेज क्षमता 50 GB तक होती है.
Blue-ray Disc की विशेषताएं (Feature of Blue-ray Disc in Hindi)
Blue-ray Disc की प्रमुख विशेषताएं निम्न प्रकार से हैं –
- ब्लू-रे डिस्क में डेटा ट्रान्सफर करने की दर 36 MBps तक होती है.
- ब्लू-रे डिस्क 1920 x 1080 तक के रिज़ॉल्यूशन और 29.97 तक Frame rate को सपोर्ट करती है.
- एक डबल-लेयर ब्लू-रे डिस्क 50 जीबी स्टोर कर सकती है.
- ब्लू-रे डिस्क को एक अच्छा सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस माना जाता है.
- अधिकांश लेटेस्ट 3D मूवी और गेम ब्लू-रे तकनीक पर रिलीज़ होते हैं
Blue-ray Disc के फायदे (Advantage of Blue-ray Disc in Hindi)
Blue-ray Disc के कुछ प्रमुख फायदे निम्न लिखित हैं –
- CD और DVD की तुलना में ब्लू-रे डिस्क में अधिक डेटा को स्टोर किया जा सकता है.
- ब्लू-रे डिस्क मे High Quality इमेज, विडियो, मूवी आदि स्टोर किया जा सकता है.
- ब्लू-रे डिस्क मार्केट में आसानी से मिल जाती हैं, क्योंकि अधिकांश Movie HD Quality में बनाई जाती है जिसके लिए ब्लू-रे डिस्क पसंदीदा डिस्क है.
- ब्लू-रे डिस्क में DRM (Digital Rights Management) की सर्विस भी शामिल है, जो कि Privacy के लिए है. यह सर्विस सुनिश्चित करती है कि, डिस्क को सीमित संख्या में कॉपी किया जा सकता है.
Blue-ray Disc के नुकसान (Disadvantage of Blue-ray Disc in Hindi)
Blue-ray Disc के फायदों के साथ कुछ नुकसान भी हैं जो कि निम्न प्रकार से हैं –
- CD और DVD की तुलना में ब्लू-रे डिस्क नयी और एडवांस टेक्नोलॉजी है, जिसकी मांग बाजार में वहुत अधिक है, इसलिए ब्लू-रे डिस्क की कीमत भी CD और DVD से महंगी होती है.
- ब्लू-रे डिस्क को केवल Blue-ray players के साथ चलाया जा सकता है, इसे CD और DVD player के साथ नहीं चलाया जा सकता है.
- अगर ब्लू-रे डिस्क को संभाल कर नहीं रखा जाता है तो उनमें खरोंच आने और धूल जमा होने से डिस्क ख़राब हो सकती है.
- हार्ड डिस्क और फ़्लैश मेमोरी की तुलना में ब्लू-रे डिस्क की स्पीड कम होती है.
- ब्लू-रे निर्माता समय-समय पर अपने player के लिए फर्मवेयर अपडेट जारी करते हैं. फर्मवेयर के अपडेट ऑनलाइन किए जाते हैं इसलिए बहुत तेज इंटरनेट की आवश्यकता होती है.
Blue-ray Disc और DVD में अंतर
Blue-ray और DVD दोनों ही optical disc के प्रकार हैं और दोनों का उपयोग डेटा स्टोर करने के लिए किया जाता है, लेकिन एक BD और DVD में अनेक सारे अंतर भी होते हैं. Blue-ray Disc और DVD में अंतर को हमने आपको नीचे सारणी के द्वारा बताया है –
BD (Blue-ray Disc) | DVD (Digital versatile disc) |
---|---|
Blue-ray डिस्क की अधिकतम स्टोरेज क्षमता 50 GB तक होती है. | DVD की अधिकतम स्टोरेज क्षमता 17.08 GB तक होती है. |
ब्लू-रे की सिंगल लेयर साइज 25 जीबी है. | DVD की सिंगल लेयर साइज 4.7 जीबी है |
ब्लू-रे डिस्क में डेटा को read/write करने के लिए Blue laser तकनीकी का इस्तेमाल किया जाता है. | DVD में डेटा को read/write करने के लिए Red laser तकनीकी का इस्तेमाल किया जाता है. |
ब्लू-रे में लेजर की तरंगदैर्घ्य 405nm होती है. | DVD में लेजर की तरंगदैर्घ्य 650 nm होती है. |
ब्लू-रे डिस्क में डेटा ट्रान्सफर करने की दर 36 MBps होती है. | DVD में डेटा ट्रान्सफर की दर 11 MBps होती है. |
DVD की तुलना में ब्लू-रे डिस्क की कीमत अधिक है | DVD की कीमत ब्लू-रे डिस्क से कम है |
ब्लू-रे डिस्क का उपयोग वीडियो शूट करने जैसे बड़े आकार के डेटा को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है. | DVD का उपयोग रिलीज के बाद फिल्मों जैसे छोटे आकार के डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है. |
FAQ: Blue-ray Disc से सम्बंधित सामान्य प्रश्न
ब्लू-रे डिस्क एक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस है जिसका इस्तेमाल HD विडियो, इमेज और मूवी को स्टोर करने के लिए किया जाता है.
ब्लू-रे डिस्क एक Optical Storage डिवाइस है.
ब्लू-रे डिस्क को साल 2003 में BDA (Blue-ray Disc Association) ने मिलकर बनाया.
ब्लू-रे डिस्क का इस्तेमाल डेटा स्टोर करने के लिए और HD विडियो को रिकॉर्ड और play करने के लिए किया जाता है.
एक डबल लेयर ब्लू-रे डिस्क की स्टोरेज क्षमता 50 GB होती है.
ब्लू-रे डिस्क में स्टोर डेटा को read करने के लिए एक विशेष उपकरण की जरुरत होती है जिसे कि ब्लू-रे प्लेयर कहते हैं.
जी हाँ आप ब्लू-रे प्लेयर से DVD को read कर सकते हैं.
ब्लू-रे डिस्क में डेटा को read और write करने के लिए Blue Ray Technology का इस्तेमाल किया जाता है.
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आपने सीखा: Blue-ray Disc क्या है हिंदी में
हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख को पढने के बाद आप लोग जरुर समझ गए होंगे कि Blue-ray Disc In Hindi और यह कैसे काम करता है. साथ में ही आपको Blue-ray disc के प्रकार, विशेषता, इतिहास, फायदे और नुकसानों के बारे में भी जानकारी मिली होगी. अंत में आपसे निवेदन है कि इस लेख को अधिक से अधिक सोशल मीडिया पर शेयर करें जिससे कि अन्य लोगों तक भी सही जानकारी पहुँच सके.