BharOS Kya Hai In Hindi– मोबाइल डिवाइस में काफी लंबे समय से एंड्राइड और iOS ऑपरेटिंग सिस्टम का ही बोलबाला रहा है. Apple के स्मार्टफोन में iOS का इस्तेमाल होता है बाकी अन्य कंपनियों के स्मार्टफोन में एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है.
लेकिन इस साल भारत ने BharOS नाम से एक स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम को लांच किया है जो एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम को कड़ी चुनौती देने वाला है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि BharOS 100 करोड़ मोबाइल फोन यूजर को लाभ पहुँचाने वाला है.
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको BharOS के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. अगर आप भी BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम को अच्छे से समझना चाहते हैं तो इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा अंत तक पढ़ें. तो चलिए बिना समय गंवाए शुरू करते हैं आज का यह आर्टिकल – भरोस ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है हिंदी में.
BharOS के बारें में पूरी जानकारी (BharOS Review in Hindi)
ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम | BharOS |
सोर्स मॉडल | ओपन सोर्स |
किसने डिजाईन किया | IIT मद्रास |
कब लांच किया गया | 24 जनवरी 2023 |
मार्केटिंग प्रकार | स्मार्टफोन |
भाषायें | हिंदी और इंग्लिश |
ख़ासबात | Made In India Mobile Operating System |
भरोस ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है (BharOS Kya Hai In Hindi)
BharOS का पूरा नाम “Bharat Operating System” है. BharOS जिसे कि भरोस भी कहा जाता है यह एक स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे कि IIT मद्रास द्वारा डिजाइन किया गया है.
यह भारत सरकार के द्वारा फंड की गयी एक योजना है. BharOS सरकार और सार्वजनिक सिस्टम में उपयोग करने के लिए स्वतंत्र और ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है. यह आत्म निर्भर भारत की दिशा में एक योगदान है.
BharOS को JandK ऑपरेशंस प्राइवेट लिमिटेड (जंडकोप्स) द्वारा विकसित किया गया है. इस कंपनी को IIT मद्रास द्वारा स्थापित किया गया है.
इस स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम की सबसे ख़ास बात है कि यह उच्च स्तर की सिक्यूरिटी और प्राइवेसी के साथ आता है. BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम में कोई By Default App नहीं है, उपयोगकर्ता अपनी जरूरतों के अनुसार ऐप को इनस्टॉल कर सकते हैं.
BharOS को कब लांच किया गया (History of BharOS In Hindi)
JandK ऑपरेशंस प्राइवेट लिमिटेड ने 24 जनवरी 2023 को BharOS ऑफिसियल रूप से लांच किया. अभी तक कंपनी ने इस बात की कोई घोषणा नहीं की है BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम आम जनता के लिए कब तक उपलब्ध होगा.
फिलहाल BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम की सेवाएँ उन्हीं संगठनों को दी जा रही हैं जिन्हें सिक्यूरिटी और प्राइवेसी की सख्त जरुरत है और जिनके यूजर Sensetive इनफार्मेशन को रखते हैं. ऐसे यूजर को प्राइवेट 5G नेटवर्क के माध्यम से प्राइवेट क्लाउड सर्विस को एक्सेस करने की आवश्यकता होती है.
BharOS की विशेषताएं
BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम की कुछ प्रमुख विशेषतायें निम्नलिखित हैं –
- #1. No Default App – BharOS बिना किसी Default App के साथ आता है. एंड्राइड और iOS में By Default कुछ मोबाइल ऐप इनस्टॉल रहते हैं लेकिन BharOS में कोई भी ऐप By Default इनस्टॉल नहीं रहता है.
- #2. Access Trusted App – BharOS पर आप उन्हीं ऐप का इस्तेमाल कर सकते है जो प्राइवेट ऐप स्टोर सर्विस (PASS) के द्वारा verified हैं. PASS उन्हीं ऐप को एक्सेस करने की अनुमति देता है जिसे पूरी तरह से जांचा गया है. इसका मतलब हुआ कि उपयोगकर्ता बिना किसी वायरस अटैक डर के सुरक्षित रूप से ऐप को इनस्टॉल कर सकते हैं.
- #3. NOTA Update – BharOS, Native Over the Air अपडेट फीचर के साथ आता है. जिसका मतलब है कि सुरक्षा अपडेट तथा बग फिक्स automatically इनस्टॉल हो जायेंगें.
- #4. More Control – BharOS यूजर को उन ऐप पर भी अधिक कंट्रोल प्रदान करता है जो उनके डिवाइस में पहले से मौजूद हैं. यूजर सेलेक्ट कर सकता है कि वह किस ऐप को कौन से डेटा को एक्सेस करने देना चाहता है. यानि कि BharOS में यूजर के पास अधिक कंट्रोल रहता है.
- #5. Open Source – BharOS एक फ्री और ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है. यह एंड्राइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) पर कार्य करता है.
- #6. India OS – BharOS एक भारतीय ऑपरेटिंग सिस्टम है जो आत्म निर्भर भारत में योगदान देगा.
BharOS, एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम में अंतर (BharOS vs Android In Hindi)
BharOS एंड्राइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट पर आधारित है जो कि काफी हद तक गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्राइड के समान है. लेकिन इस दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम में काफी अंतर हैं जिनको हमने नीचे पॉइंट वाइज आपको बताया है.
- एंड्राइड और BharOS में सबसे बड़ा अंतर यही है कि BharOS मे कोई Pre Installed App नहीं है. यूजर अपनी आवश्यकता के अनुसार Trusted एप्लीकेशन को डाउनलोड कर सकते हैं.
- एंड्राइड की भांति ही BharOS यूजर भी Apk File को डाउनलोड कर सकते हैं. लेकिन Apk File डाउनलोड करना आपके डिवाइस के लिए खतरनाक भी हो सकता है इसलिए गूगल किसी Apk File को डाउनलोड करने से पूर्व आपको चुनौती देता है.
- एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम में क्रोम ब्राउज़र Default रूप से इनस्टॉल रहता है जबकि BharOS DuckDuck Go को डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र के रूप में इनस्टॉल करने के लिए उनके साथ पार्टनरशिप पर विचार कर रहा है.
- एंड्राइड गूगल के स्वामित्व वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है जबकि BharOS भारत सरकार के स्वामित्व वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है.
क्या BharOS एंड्राइड को Replace कर देगा?
कई लोगों का मानना है कि BharOS एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम को Replace कर देगा, लेकिन आपको बता दें BharOS फीचर और यूजर इंटरफ़ेस में एंड्राइड से अलग नहीं है.
अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि BharOS को स्मार्टफोन में कैसे इनस्टॉल किया जायेगा. एंड्राइड दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है. इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगा कि BharOS एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम को Replace करेगा.
क्या BharOS भारत का पहला ऑपरेटिंग सिस्टम है?
कई सारे लोगों को लगता है BharOS भारत का पहला ऑपरेटिंग सिस्टम है लेकिन ऐसा नहीं है इससे पहले साल 2007 में भी भारत ने कंप्यूटर के लिए माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के विकल्प के रूप में भारत ऑपरेटिंग सिस्टम सॉल्यूशंस (BOSS) की शुरुआत की थी जो कि Linux पर आधारित था.
इस प्रोजेक्ट की शुरुवात इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत भारत सरकार की इकाई सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (CDAC) ने की थी. हालंकि उस समय पर्याप्त निवेश नहीं होने के कारण इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया था.
FAQs: BharOS Kya Hai In Hindi
BharOS का फुल फॉर्म Bharat Operating System (भारत ऑपरेटिंग सिस्टम) है.
जी हाँ BharOS एंड्राइड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) पर आधारित है.
BharOS को IIT मद्रास की स्वामित्व वाली कंपनी JandK ऑपरेशंस प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा विकसित किया गया है और इस प्रोजेक्ट को भारत सरकार के द्वारा फंड किया गया है.
BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम का 24 जनवरी 2023 को सफल परिक्षण किया गया.
निष्कर्ष – BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है हिंदी में
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको BharOS Kya Hai In Hindi के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है. अभी यह निश्चित नहीं हुआ कि यह कब और कैसे स्मार्टफोन में इनस्टॉल किया जायेगा. हालाँकि इसका सफल परीक्षण 24 जनवरी को हो चुका है.
अब देखते हैं कब BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम आम जनता के लिए लांच किया जाता है, तभी पता चल पायेगा कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्राइड को टक्कर दे सकता है या नहीं.
इस लेख में इतना ही, उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल “BharOS Operating System के बारें में जानकारी” आपको पसंद आया होगा. यदि अभी भी आपके मन में BharOS से सम्बंधित कुछ सवाल हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं. हम जल्दी आपके सवालों का जवाब देने की कोशिस करेंगें. साथ ही इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और उन्हें भी इस स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बतायें.