Bank Kya Hai In Hindi: जब भी हम बैंक से पैसे कमाने के बारे में बात करते हैं तो हमारे ख्याल से सबसे पहले बैंक ही आता है, बैंक ऐसा स्थान है जहाँ पर आपको एक साथ करोड़ों रूपये दिखते हैं. पर क्या आपको पता है Bank क्या है, बैंक कैसे काम करता है, बैंक कितने प्रकार के होते हैं, बैंक के कार्य क्या है, बैंक का महत्व, बैंक की सेवाएँ और बैंक के लाभ, हानि क्या है.
अगर आपको उपरोक्त सवालों के बारे में जानकारी नहीं है तो इस लेख को पूरा पढ़ें, क्योंकि इस लेख में हमने आपको बैंक के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से बताई है.
बैंक में मुख्य रूप से पैसों का कारोबार होता है. लोग अपने पैसे बैंक में जमा करवाते हैं ताकि जरुरत पड़ने पर उन्हें निकाल सके. जरूरतमंद लोग बैंक से लोन लेते हैं ताकि अपने रुके कार्यों को पूरा कर सके, अपने सपनों को साकार कर सकें. बैंक जनता के पैसों का प्रबंधन करता है.
बैंक जनता के अकाउंट खोलता है और उन्हें अनेक प्रकार की सुविधा प्रदान करवाता है. अगर आपका बैंक में अकाउंट है तो आप बड़ी आसानी से लेन – देन कर सकते हैं. तकनीकी के विकास के साथ – साथ बैंक भी बहुत advance हो गए हैं. आप घर बैठे अपने बैंक से सम्बंधित सारे कार्य कर सकते हैं. ऑनलाइन मोबाइल से बिलों का भुगतान कर सकते हैं, खरीददारी कर सकते हैं. बैंक के बारे में सब कुछ हम इस लेख में जानने वाले हैं.
तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं आखिर बैंक क्या है इन हिंदी.
बैंक क्या है (What is Bank in Hindi)
साधारण शब्दों में बात करें तो बैंक एक वित्तीय संस्थान है, जहाँ पर जनता अपने पैसों को बैंक में खाता खोल कर जमा करती है ताकि जरुरत पड़ने पर वह उन पैसों को निकाल सके. इसके अलावा बैंक जरूरतमंद जनता को लोन प्रदान करवाती है, जिस लोन को बाद में जनता बैंक को ब्याज सहित वापस चुकाती है.
दुसरे शब्दों में कहें तो बैंक एक ऐसी establishment है जो सरकार के द्वारा प्रमाणित होती है और जनता के पैसों को सुरक्षित जमा करती है, उन पैसों पर उन्हें ब्याज देती है और जरूरतमंद लोगों को लोन प्रदान करवाती है.
किसी भी बैंक में पैसों की लेन –देन के लिए उस बैंक में एक अकाउंट की जरुरत होती है जिसे कि Bank Account कहते हैं. ग्राहक बैंक अकाउंट के द्वारा ही बैंक में पैसों की लेन – देन कर सकते हैं. बैंक एक प्रणाली के अनुसार काम करता है जिसके अंतर्गत वह जनता को वित्तीय सेवाएँ प्रदान करवाता है जिसे कि बैंकिंग सिस्टम कहते हैं.
बैंक का फुल फॉर्म क्या है (What is Full Form of Bank)
बैंक का फुल फॉर्म Borrowing, Accepting, Negotiating, keeping होता है.
- Borrowing – उधार लेना
- Accepting – स्वीकार करना
- Negotiating – बातचीत करना
- Keeping – अपने पास रखना
बैंक कैसे काम करता है (How Does Bank Work in Hindi)
बैंक कैसे काम करता है इसे समझाना काफी आसान है. बैंक जनता को अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान करवाता है और किसी व्यक्ति को बैंक की सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए बैंक खाते की जरुरत पड़ती है. जब बैंक किसी व्यक्ति का बैंक खाता खोलता है तो वह उस व्यक्ति को अपना ग्राहक बना लेता है. जनता अपने पैसों को सुरक्षित रखने के लिए बैंकों में जमा करती है.
अब कई सारे ऐसे जरूरतमंद लोग होते हैं जिन्हें अपने अनेक प्रकार के कार्यों के लिए लोन की जरुरत पड़ती है जिसके लिए वह बैंकों के पास जाते हैं. बैंक जनता के द्वारा जमा किये गए पैसों को कुछ प्रतिशत ब्याज दर पर जरूरतमंद लोगों को लोन में देती है.
बैंक के द्वारा लिया जाने वाला अतिरिक्त ब्याज ही बैंक का Profit होता है, इसी प्रकार से बक पैसे कमाते हैं. बैंक ब्याज का कुछ प्रतिशत हिस्सा जमाकर्ता को भी देते हैं, जिससे बैंक में पैसे जमा करवाने वाले को भी Profit होता है.
बैंक के प्रकार (Type of Bank in Hindi)
अलग – अलग प्रकार के कार्यों को करने के लिए बैंक भी अलग – अलग प्रकार के होते हैं. नीचे हमने आपको कुछ प्रमुख प्रकार के बैंकों के बारे में जानकारी दी है –
#1 – Commercial Bank (वाणिज्य बैंक)
Commercial Bank को हिंदी में वाणिज्य बैंक, व्यवसायिक बैंक या व्यापारिक बैंक भी कहा जाता है. कमर्शियल बैंकों को बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के तहत विनियमित किया जाता है. इस प्रकार के बैंकों को लाभ कमाने के उद्देश्य से बनाया गया है. देश के आर्थिक संगठन में Commercial Bank की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है.
Commercial Bank जनता के पैसों को जमा करते हैं और जनता तथा सरकार को ऋण देते हैं. Commercial Bank भी चार प्रकार के होते हैं.
- Public Sector Bank (सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक) – सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक उन बैंकों को कहा जाता है जिसमें अधिक प्रतिशत हिस्सेदारी सरकार की होती है, मतलब कि ऐसे बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक की होती है और बाकीं की हिस्सेदारी शेयरधारकों की होती है. भारत में SBI सबसे बड़ा Public Sector Bank है.
- Private Sector Bank (निजी क्षेत्र के बैंक) – Private Sector बैंक उन बैंकों को कहा जाता है जिसमें अधिक हिस्सेदारी भारत सरकार की न होकर शेयर धारकों की होती है. भारत में ICICI, HDFC, Axis आदि प्राइवेट सेक्टर बैंक हैं.
- Regional Rural Bank (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक) – Regional Rural Bank उन बैंकों को कहा जाता है जो अलग – अलग राज्यों में क्षेत्रीय पर संचालित होते हैं. इन बैंकों को आम भाषा में ग्रामीण बैंक कहा जाता है. भारत में कुल 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक हैं.
- Foreign Bank (विदेशी बैंक) – Foreign Bank उन बैंकों को कहा जाता है जिनका मुख्यालय देश से बाहर होता है. ऊपर बताये गए तीनों प्रकार के बैंकों को RBI के नियमों का पालन करना होता है, लेकिन विदेशी बैंक को RBI के साथ दुसरे देश, जहाँ उनका मुख्यालय होता है, के नियमों का पालन भी करना होता है. भारत में अभी के समय में 46 विदेशी बैंक हैं.
#2 – Scheduled Bank (अनुसूचित बैंक)
अनुसूचित बैंक उन बैंकों को कहा जाता है जिनका नाम भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के दूसरी अनुसूची में शामिल होता है. इस प्रकार के बैंकों की प्रदत पूंजी (Paid-Up-Capital) तथा संचयों (Reserve) का कुल मूल्य न्यूनतम 5 लाख रूपये होना चाहिए और अनुसूचित बैंकों को RBI को संतुष्ट करवाना होता है कि उनका कारोबार किसी ऐसे तरीकों से नहीं चलाया जा रहा है जो जमाकर्ता के हितों के विरुद्ध हो.
अगर कोई बैंक RBI के इन नियमों का पालन नहीं करता है तो RBI उन्हें अपनी अनुसूची से हटा सकता है. अनुसूचित बैंकों को RBI बैंक की दरों में लोन प्रदान करवाता है.
#3 – Co-Operative Bank (सहकारी बैंक)
सहकारी बैंकों को सहकारी समितियां अधिनियम, 1912 के तहत स्थापित किया गया है. इस प्रकार के बैंक No Profit No loss के सिद्धांत पर काम करते हैं. इन बैंकों का मुख्य कार्य देश के छोटे व्यवसायों, उद्यमियों, उद्योग, स्वरोजगारों और किसानों को आपातकालीन लोन प्रदान करवाना होता है. देश के विकास में सहकारी बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
#4 – Development Bank (विकास बैंक)
इस प्रकार के बैंकों को किसी एक विशेष क्षेत्र में स्थापित किया जाता है. इन बैंकों का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में विकास करना होता है. विकास बैंक अपने क्षेत्र में लोगों को व्यवसायों के लिए Long Term लोन प्रदान करवाते हैं जिससे कि क्षेत्र का विकास हो सके.
#5 – Exchange Bank (विनिमय बैंक)
अगर आपके पास किसी दुसरे देश की मुद्रा है तो आप Exchange bank में विदेशी मुद्रा को भारतीय रूपये में बदल सकते हैं. और अगर आप किसी दुसरे देश में घुमने का प्लान बना रहे हैं तो Exchange bank के द्वारा अपनी मुद्रा को विदेशी मुद्रा में बदल सकते हैं. Exchange bank का मुख्य कार्य मुद्राओं का एक्सचेंज करना होता है.
#6 – Payment Bank (पेमेंट बैंक)
Payment Bank एक आधुनिक प्रकार का बैंक है जिसका मुख्य उद्देश्य है कि दूर दराज के गांवों, कस्बों में बैंकिंग की सुविधा पहुंचाना. पेमेंट बैंकों को financial inclusion को बढ़ावा देने के लिए खोला गया है जिससे कि देश के हर क्षेत्र का व्यक्ति बैंकिंग की सुविधाओं का लाभ उठा सके.
#7 – Industrial Bank (औद्योगिक बैंक)
औद्योगिक बैंक वे बैंक होते हैं जो उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के लिए लोन प्रदान करते हैं. भारत में बहुत कम औद्योगिक बैंक हैं लेकिन विदेशों में अनेक सारे औद्योगिक बैंक होते हैं.
#8 – Central Bank (केन्द्रीय बैंक)
केन्द्रीय बैंक किसी भी देश के सर्वोच्च बैंक होते हैं जो पुरे देश की बैंकिंग प्रणाली को दिशा – निर्देश देते हैं. देश के सभी बैंक केन्द्रीय बैंक के अंतर्गत ही काम करते हैं. केन्द्रीय बैंक में पूरी तरह से सरकार का स्वामित्व होता है. देश की बैंकिंग प्रणाली को मैनेज करने के अलावा केन्द्रीय बैंकों के अनेक सारे कार्य होते हैं. सभी देशों में केवल एक ही केन्द्रीय बैंक होता है. भारत का केन्द्रीय बैंक RBI (Reserve Bank of India) है.
भारत में बैंकिंग का इतिहास (History of Banking in India)
भारत में बैंक की शुरुवात 1720 में हो गयी थी. भारत का पहला बैंक Bank of Bombay था जो कि 1770 में Close हो गया था. इसी साल भारत में Bank of Hindustan नाम से एक और बैंक की शुरुवात हुई, लेकिन 1832 में यह बैंक भी बंद हो गया.
साल 1806 में भारत में Bank of Calcutta की शुरुवात हुई थी जो आगे चलकर State Bank of India के साथ Merge हो गया था. SBI की स्थापना 1 July 1955 में हुई थी.
आज SBI भारत का सवसे बड़ा Public Sector बैंक है जिसकी 22 हजार से भी अधिक ब्रांच पुरे भारत में है. SBI की 36 अलग – अलग देशों में 190 अंतराष्ट्रीय ब्रांच भी हैं.
भारत का सबसे पुराना Public Sector बैंक Allahabad Bank है जिसकी स्थपाना 1865 में हुई थी. साल 2020 में Allahabad Bank इंडियन बैंक के साथ Merge (जुड़) हो गया.
भारत में पहला Overseas Bank Bank of India ने साल 1956 में लंदन में खोला था. आज भारत में अनेक सारे आधुनिक तकनीकी के बैंक मौजूद हैं जो चुटकियों में ग्राहकों के पैसों से संबंधी कार्यों को कर देते हैं.
बैंक के कार्य (Work of Bank in Hindi)
एक देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए बैंक के अनेक प्रकार के कार्य होते हैं. बैंक के कुछ प्रमुख कार्यों का विवरण हमने आपको नीचे बताया है –
- बैंक जनता के पैसों को सुरक्षित Deposit या जमा करता है और बाद में आवश्यकतानुसार लोग अपने द्वारा जमा किये गए पैसों को बैंक से निकाल सकते हैं.
- बैंक जरूरतमंद लोगों को एक निश्चित ब्याज दर पर लोन प्रदान करता है.
- आप बैंक के द्वारा दुसरे देश में बैठे अपने परिजनों को भी पैसे भेज सकते हैं. बैंक ग्राहकों को ऑनलाइन बैंकिंग, चेक आदि की सुविधा प्रदान करवाता है दुसरे देश में पैसे भेजने के लिए.
- बैंक अपने ग्राहकों के लिए अनेक प्रकार के बैंक खाते खोलता है. कोई भी व्यक्ति आवश्यकतानुसार किसी भी प्रकार का बैंक अकाउंट बैंक में खुलवा सकता है.
- बैंक अकाउंट खुलवाने के साथ बैंक अपने ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड, बैंक पासबुक, बैंक चेक, NEFT और RTGS आदि प्रकार की सुविधा प्रदान करता है जो ग्राहकों को लेन – देन में आसानी प्रदान करते हैं.
- बैंक अपने ग्राहकों को Lockers की सुविधा प्रदान करते हैं जिसमें ग्राहक अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज, कीमती सामान आदि को सुरक्षित रख सकते हैं.
- बैंक सरकार को लोन देते हैं, जिन पैसों को सरकार विकास के कार्यों में लगाती है.
- बैंक सरकार को वित्तीय सलाह भी देते हैं और सरकार के कार्यों में सहयोग प्रदान करते हैं.
- बैंक UPI के माध्यम से किसी भी बैंक अकाउंट में पैसा भेज सकते है वः भी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के.
बैंक की विशेषताएं (Feature of Bank in Hindi)
एक बैंक की अनेक प्रकार की विशेषताएं होती हैं जिनमें से कुछ प्रमुख विशेषताएं हमने आपको नीचे बताई हैं –
1 – बैंक पैसों का कारोबार करता है
एक बैंक की मुख्य विशेषता यह है कि बैंक पैसे से संबंधित सभी लेनदेन में Deal करता है. उदाहरण के लिए, आप अपने पैसे को सुरक्षित रूप से बचाने के लिए बैंक खाते में जमा कर सकते हैं, और उन पैसों में आपको ब्याज भी मिलता है. इसलिए, बिना किसी जोखिम के अपने पैसे को बढ़ाने का यह सबसे आसान तरीका है.
इसके अलावा, अगर आपको पैसे की जरूरत है, तो आप इसे बैंक से एक निश्चित ब्याज दर पर उधार ले सकते हैं. उदाहरण के लिए, आप अपना घर बनाने के लिए बैंक से पैसे उधार ले सकते हैं हालांकि, आपको बैंक से उधार लिए पैसे ब्याज के साथ बैंक को पैसा वापस करना होगा.
2 – बैंक लोन प्रदान करवाकर पैसे कमाते है
बैंक अनेक प्रकार के लोन अपने ग्राहकों को प्रदान करते हैं, जिसे बाद में ग्राहकों को ब्याज के साथ चुकाना होता है. ग्राहकों को कुछ प्रतिशत ब्याज दर पर लोन देकर बैंक अतिरिक्त पैसे कमाता है.
आजकल, बैंक विभिन्न आवश्यकताओं जैसे एजुकेशन लोन, कार लोन, होम लोन, पर्सनल लोन, बिज़नस लोन आदि के लिए लोन प्रदान करते हैं. अलग-अलग बैंक अलग-अलग ब्याज दरों पर अलग-अलग लोन देते हैं.
3 – बैंक कोई व्यक्ति, फ़र्म और संस्था हो सकता है.
जैसा कि बैंक की परिभाषा में हमने जाना था कि बैंक का मुख्य कार्य जनता के पैसों को Deposit करना और जरुरत पड़ने पर जनता को लोन प्रदान करवाना होता है. अगर कोई व्यक्ति यह कार्य करता है तो वह भी बैंक हो सकता है. इस प्रकार से बैंक एक व्यक्ति, कंपनी, फ़र्म या संस्था हो सकती है.
4 – बैंक भुगतान और निकासी की सुविधा प्रदान करता है
एक बैंक ग्राहकों को विभिन्न भुगतान और Withdrawal की सेवाएं प्रदान करता है, जिससे कि ग्राहकों को लेन – देन करने में आसानी होती है. ग्राहक डेबिट कार्ड के द्वारा किसी दुसरे शहर से स्थापित विभिन्न बैंकों के ATM से पैसे निकाल सकते हैं. डेबिट कार्ड सीधे बैंक के द्वारा जुड़ा होता है, इसलिए ग्राहक दुनिया में कहीं भी बैंक जाए बिना ही पैसे निकाल सकता है.
5 – बैंक इन्टरनेट बैंकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं
बैंक की एक और प्रमुख विशेषता यह है कि बैंक इन्टरनेट बैंकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं. इन्टरनेट में विकास और बैंकिंग क्षेत्र में इसका inclusion ने लोगों के अनेक प्रकार के लेन – देन को बहुत आसान बना दिया है.
लगभग सभी बैंक की ऑनलाइन एप्लीकेशन होती है जिसकी मदद से आप अपने पास Cash न होते हुए भी बिलों का भुगतान कर सकते हैं, ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं, मोबाइल रिचार्ज कर सकते हैं. बैंकिंग एप्लीकेशन की मदद से आप हर जगह ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं.
6 – बैंक की शाखाएं विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध हैं
अधिकांश बैंकों की Branch (शाखाएं) विभिन्न स्थानों पर मौजूद हैं जिससे कि बैंक अपने साथ अधिक लोगों को जोड़कर अधिक लाभ कमाते हैं. अनेक सारे बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी शाखाओं को खोल रहे हैं. बैंक से किसी भी प्रकार की समस्या के लिए लोग अपनी नजदीकी शाखा में जाकर पूछ सकते हैं.
7 – तकनीकी में विकास के साथ बैंक अपनी कार्यक्षमता को भी बढ़ा रहे हैं
जैसे – जैसे तकनीकी में विकास होता गया बैंकों ने अपनी कार्यक्षमता पर भी फोकस किया, आज बैंक न केवल पैसे जमा करने और लोन देने तक सीमित हैं बल्कि बैंक ग्राहकों को इन्टरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग जैसी Advance सुविधा प्रदान करवाते हैं जिससे ग्राहक कैशलेस बैंक सेवाओं का लाभ उठाते हैं.
बैंक अकाउंट क्या होता है (What is Bank Account)
Bank Account या बैंक खाता बैंकों के द्वारा अपने ग्राहकों को प्रदान किया जाने वाला एक वित्तीय खाता होता है, जिसमें बैंक और ग्राहक के बीच की सभी लेन – देन का रिकॉर्ड दर्ज होता है.
किसी भी व्यक्ति को बैंक से लेन – देन करने के लिए एक खाते या अकाउंट की जरुरत पड़ती है जिसे कि बैंक अकाउंट कहते हैं. बैंक अकाउंट के द्वारा ही बैंक लोगों को अपना ग्राहक बनाता है. किसी भी बैंक के द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं का फायदा लेने के लिए ग्राहक के पास बैंक अकाउंट होना बहुत जरुरी है.
बैंक अकाउंट के प्रकार (Types of Bank Account in Hindi)
जब कोई भी ग्राहक बैंक में अपना अकाउंट खुलवाता है तो उसे मुख्य रूप से 4 प्रकार के बैंक अकाउंट खुलवाने का विकल्प मिलता है. प्रत्येक बैंक अकाउंट के अपने कुछ नियम और शर्त होती हैं. आइये उन सभी 4 प्रकार के बैंक अकाउंट के बारे में जानते हैं –
- Current Account (चालू खाता)
- Saving Account (बचत खाता)
- Fixed Deposit Account (सावधि जमा खाता )
- Recurring Deposit Account (आवर्ती जमा खाता)
#1 – Current Account (चालू खाता)
Current Account ऐसा खाता होता है जिसमें Cash Flow बहुत तेजी से होता है, मतलब अकाउंट में लगातार लेन – देन चलती रहती है.इस प्रकार के खाते में Deposit और Withdrawal की दर लगभग समान रहती है. Current Account में खाताधारक को पैसे रखने पर किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं मिलता है. चालू खाते में बैंक अपनी सुविधा प्रदान करने के लिए ग्राहक से कुछ Charge लेता है.
Current Account में आपको न्यूनतम बैलेंस Maintain करना पड़ता है. यह बैलेंस स्थानों और बैंकों के अनुसार भिन्न – भिन्न हो सकता है. अधिकतर Metro City में न्यूनतम बैलेंस 10000 रूपये और Non metro city में न्यूनतम बैलेंस 7000 रूपये होता है.
अगर कोई चालू खाता खाताधारक न्यूनतम बैलेंस को Maintain नहीं कर पाता है तो बैंक उससे कुछ अतिरिक्त शुल्क चार्ज करता है. इसलिए चालू खाते में न्यूनतम बैलेंस मेंटेन करना बहुत Important होता है.
#2 – Saving Account (बचत खाता)
लोग अपने पैसों को बैंक में जमा करने के लिए बचत खाते का इस्तेमाल करते हैं. इस प्रकार के बैंक खाते में Cash flow बहुत Slow होता है. मतलब कि बचत खाते में खाताधारक पैसे जमा अधिक करते हैं और निकालते बहुत कम हैं.
बचत खाता खुलवाने के लिए बैंक द्वारा निर्धारित की गयी एक निश्चित राशि बैंक में जमा करनी होती है. जो कि अधिकतर 100 रूपये से लेकर 1000 रूपये तक होती है. अलग – अलग बैंकों के हिसाब से यह अमाउंट भिन्न – भिन्न होता है.
बचत खाता में आपको पैसे जमा करवाने पर बैंक की तरफ से ब्याज भी दिया जाता है. बचत खाते से आप कभी भी पैसे निकाल सकते हैं और इसमें जमा कर सकते हैं.
#3 – Fixed Deposit Account (सावधि जमा खाता)
Fixed Deposit Account को आम भाषा में FD के नाम से भी जाना जाता है. इस प्रकार के बैंक खाते में आपको एक निश्चित धन राशि निश्चित समय अवधि के लिए एक बार में ही बैंक में जमा करवानी होती है, और जब वह समय अवधि समाप्त हो जाती है तो आप अपनी धन राशि को ब्याज सहित निकाल सकते हैं.
FD अकाउंट पर आपको बचत खाते की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है. लेकिन अगर आप समय अवधि से पहले अपनी धन – राशि को निकलते हैं तो बैंक आप पर जुर्माना भी लगा सकता है.
Fixed Deposit उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प है जिनके पास बड़ी मात्रा में धन जमा है जिसका उपयोग वे अभी नहीं करना चाहते हैं. लगभग सभी बैंक जैसे SBI, PNB, ICICI आदि Fixed Deposit अकाउंट खुलवाने की सुविधा प्रदान करवाते हैं.
#4 – Recurring Deposit Account (आवर्ती जमा खाता)
Recurring Deposit Account को आम भाषा में RD कहा जाता है. इस प्रकार के बैंक अकाउंट में आपको हर महीने एक निश्चित धन राशि एक निश्चित समय अवधि के लिए बैंक में जमा करवानी होती है. और जब वह समय अवधि समाप्त हो जाती है तो आप अपनी धन राशि को ब्याज सहित निकाल सकते हैं.
FD की तरह ही RD पर भी ब्याज अधिक मिलता है, लेकिन अगर आप समय अवधि से पहले पैसे निकालते हैं तो बैंक आप पर जुर्माना भी लगा सकता है.
Recurring Deposit Account उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो एक फिक्स सैलरी पर काम करते हैं और कुछ पैसे अपने भविष्य के लिए बचत करना चाहते हैं.
बैंक के लाभ (Advantage of Bank in Hindi)
आज हम जो लेन – देन की प्रक्रिया को इतने आसानी से कर रहे हैं यह सब बैंकों के कारण भी संभव हो सका है. एक बैंक के अनेक सारे फायदे होते है. बैंकों के कुछ प्रमुख फायदे निम्न प्रकार से हैं –
- बैंक अपने ग्राहकों को पैसे जमा करने पर ब्याज देता है. फ्री में बिना जोखिम लिए पैसे बढाने का सबसे बढ़िया तरीका बैंक है.
- बैंक जरूरतमंद लोगों को अनेक प्रकार के लोन प्रदान करवाता है. आप घर बनाने, पढाई करने, गाड़ी खरीदने, अपने निजी कामों के लिए बैंक से अलग – अलग प्रकार के लोन ले सकते हैं.
- बैंक की क्रेडिट कार्ड की सुविधा से आप पर्याप्त पैसे न होने पर भी खरीददारी कर सकते हैं.
- डेबिट कार्ड की मदद से आप किसी भी शहर या देश में ATM के जरिये पैसे निकाल सकते हैं.
- बैंकों की ऑनलाइन एप्लीकेशन के द्वारा आप अपने बैंक खाते का पूरा विवरण घर बैठे मोबाइल से देख सकते हैं.
- बैंक के द्वारा आप विदेशों से भी पैसों की लेन – देन कर सकते हैं.
- सभी क्षेत्रों में बैंक की शाखाएं होने से ग्राहक अपने नजदीकी शाखा में जाकर किसी भी प्रकार की पूछताछ कर सकते हैं.
बैंक के हानि (Disadvantage of Bank in Hindi)
बैंक के फायदे होने के साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं. हालांकि बैंक के फायदों की तुलना में बैंक के नुकसान बहुत कम हैं.
- अगर आप बैंक से लोन लेते हैं तो आपको ब्याज के साथ चुकाना पड़ता है. अर्थात आप ऐसे पैसों को भी बैंक को दे रहे होते हैं जो आपने इस्तेमाल ही नहीं किये.
- जब बैंक के पास ग्राहकों को देने के लिए पर्याप्त धन नहीं होता है तो बैंक के दिवालिया होने की संभावना होती है. बैंक के Bankrupt (दिवालिया) होने पर ग्राहक अपने पैसे से हाथ धो बैठ सकते हैं.
- इन्टरनेट बैंकिंग से एक ओर जहाँ लोगों को सुविधा मिली वहीँ दूसरी और ऑनलाइन बैंकिंग में Fraud होने की संभावना भी होती है. अनेक सारे लोग ऑनलाइन Fraud में अपनी लाखों – करोड़ों की सम्पति गंवा बैठते हैं.
बैंक की सेवाएँ (Service of Bank in Hindi)
बैंक अपने ग्राहकों को अनेक प्रकार की सेवाएँ प्रदान करता है जैसे कि –
- ग्राहकों के बैंक खाते खुलवाना
- पासबुक
- डेबिट और क्रेडिट कार्ड
- चेक और ड्राफ्ट
- ऑनलाइन, इन्टरनेट और मोबाइल बैंकिंग
- Currency Exchange (किसी विदेशी मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदला जा सकता है)
- विदेशों में लेन – देन की सुविधा देना आदि प्रकार की अनेक सेवाएँ बैंक अपने ग्राहकों को प्रदान करते हैं.
बैंक का महत्व (Importance of Bank in Hindi)
- देश के आर्थिक विकास में बैंकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है.
- बैंक जनता के पैसों को Deposit के रूप में जमा सकते हैं और उन पैसों को देश के विकास के कार्यों में लगाते हैं.
- देश के केन्द्रीय बैंक देश की मुद्रा प्रणाली का सञ्चालन करते हैं
- देश के विभिन्न क्षेत्रों का विकास करने के लिए क्षेत्रीय बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.
- ग्राहकों के लेन – देन की सुविधा को बैंक आसान बनाते हैं.
- बैंक पूंजीपतियों और जरुरतमंदों के बीच मध्यस्था का कार्य करता है.
- बैंक पूंजी का निर्माण करता है और उसे देश के आर्थिक विकास के कार्यों में लगाने के लिए लोन देता है.
बैंक से सम्बंधित सामान्य प्रश्न
बैंक एक ऐसा वित्तीय संस्थान है जो जनता के पैसों को सुरक्षित जमा करती है और जरूरतमंद लोगों को कुछ प्रतिशत ब्याज दर के साथ लोन प्रदान करवाती है.
बैंक का हिंदी में नाम अधिकोष है.
बैंक का फुल फॉर्म Borrowing, Accepting, Negotiating, keeping होता है.
बैंक जरूरतमंद लोगों को लोन प्रदान करवाता है, जिसे बैंक ब्याज सहित वापस लेता है. जो यह ब्याज होता है यहीं से बैंक मुख्य रूप से पैसे कमाता है.
भारत का सबसे बड़ा बैंक State Bank of India है.
आपने सीखा: बैंक क्या है हिंदी में
इस लेख में आपने जाना कि Bank Kya Hai In Hindi और बैंक कितने प्रकार के होते हैं. साथ में इस लेख में आपको बैंक के कार्य, विशेषताएं, महत्व,सेवाएँ, फायदे और नुकसानों के बारे में भी हमने जानकरी प्रदान करवाई है. बैंक हर एक देश के आर्थिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और बैंक और बैंक के द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं हर एक व्यक्ति के महत्वपूर्ण हैं, और सभी को बैंक की सेवाओं का लाभ जरुर उठाना चाहिए.
इस लेख में इतना ही, आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख कैसा लगा कमेंट बॉक्स में जरुर बताना, और साथ में ही इस लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.
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